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अन्तर्वासना के दोस्तो, कैसे हो आप सब? सभी को मेरा प्रणाम!
मेरी पिछली कहानी आपने पढ़ी होगी! उसके बाद मुझे कई मेल आए! उन्हीं में मुझे एक आदमी का मेल आया, वो भोपाल से था, उसकी उम्र 26 और उसका नाम मोहित था। उसने मुझसे कहा कि मेरी अगले महीने शादी है और मैं आपके साथ पहले सुहागरात मनाना चाहता हूँ ताकि मुझे सुहागरात वाले दिन कोई दिक्कत न हो!
मोहित ने कहा कि मैं भी जिम जाता हूँ और काफी हैल्थ बन गई है मेरी! मेरी गर्लफ्रेंड थी लेकिन उसकी शादी हो गई है! अब अगर तुम चाहो तो मैं तुम्हारे साथ करना चाहता हूँ, मैं तुम्हें पैसे भी दूगा!
उसने अपनी फोटो मुझे भेजी, काफी कड़क शरीर था उसका! फोटो में उसने आधी आस्तीन की नीली शर्ट पहनी हुई थी जिसमें से उसकी फूली हुई बाजुएं दिख रही थी। उसके चेहरे पर मूंछ थी जो उस पर बहुत मस्त दिख रही थी।
मुझे वो बहुत मस्त लगा और मैंने हां कर दी। वो खुश हो गया। हमने उसी रात मिलना तय किया।
मैं तैयार हो कर उसकी कही जगह पर तय समय पर पहुँच गया। थोड़ी देर बाद एक बाइक मेरे सामने रूकी। वो मोहित ही था! उसने हैलमेट उतारा और मुझे हाय कहा, मैंने भी उसको हाय कहा।
उसने एक भारी शेरवानी पहनी हुई थी और नीचे पजामा था। उसके सीने के बटन खुले हुए थे! जिसमें से उसका बालों वाला भरा और चौड़ा सीना दिख रहा था। उसके बाजू शेरवानी को फाड़ रहे थे! मैं तो बहुत खुश हो गया उसे देख कर!
उसने मेरा ऊपर से नीचे तक जायज़ा लिया! मेरा दुबला पतला शरीर और मेरी अदाएँ देख कर वो भी खुश हो गया। उसने मुझे गाड़ी पर बैठने को कहा, मैं बाइक पर बैठ गया और चल पड़े। रास्ते में हमने एक दूसरे को अपने बारे में बताया। वो काफी सेक्सी था और सेक्सी बातें कर रहा था। मैंने उसे पीछे से पकड़ा हुआ था वो अब पीछे खिसका और मुझसे चिपक गया।
15 मिनट बाद हम उसके घर पर पहुंच गए, उसका घर काफी बड़ा था, वो काफी अमीर था। उसने कहा- यह मेरा घर है, मेरे घर के सभी लोग मेरे ससुराल गए हुए हैं, मैं घर में अकेला हूँ! समझ ले आज मैं तेरा पति हूँ और तू मेरी पत्नी है और आज हमारी सुहागरात हैं! चल अब ऊपर चल! मुझसे रहा नहीं जा रहा अब!
मैं मुस्कुरा दिया और हम लोग ऊपर आ गए। उसका घर अंदर से काफी सुंदर था और बहुत बड़ा भी था। मैं मन में सोचने लगा कि ‘काश ये सच में मेरा ससुराल होता!’
उसने मुझसे पूछा- क्या हुआ तुझे? इधर उधर क्यों देख रहा है? मैंने कहा- कुछ नहीं, बस आपके घर को देख रहा हूँ, काफी बड़ा है आपका घर! उसने कहा- मेरे बाप ने बनाया है! मेरे पास तो तुझे देने को अपना बड़ा लंड है! मैं लड़कियों की तरह शरमा गया।
वो मेरे करीब आया, मुझे अपनी गोद में उठाया और अपने कमरे में ले गया। कमरे में काफी अंधेरा था और कमरे से फूलों की महक आ रही थी। उसने मुझे गोद से उतारा और लाइट जलाई। मैं देखकर हैरान रह गया… पूरा कमरा फूलों से सजा हुआ था खास कर बिस्तर!
मैंने मोहित की तरफ देखा, वो मुझे देखकर मुस्कुरा रहा था! मैं समय गया कि आज तो सही में मेरी सुहागरात है।
उसने मुझे एक गिफ्ट दिया, मैंने जब उसे खोला तो हैरान रह गया! उसमें दुल्हन के कपड़े थे और नीचे ब्रा और पेंटी भी थी। मैंने मोहित को कुछ कहना चाहा लेकिन उसने मेरे मुंह पर अपना हाथ रख दिया और मेरे करीब आकर मुझे अपनी मजबूत बांहों में जकड़ लिया। वह अपना मुंह मेरे कान के पास लाया और कहा- मेरी जान क्या हुआ! इसे देखकर तू इतना चौंक क्यों गई? ये तेरे लिए ही है मेरी जान! प्लीज़ जल्दी से पहन कर आ जा इन्हें!
उसकी बातों ने पता नहीं मुझ पर क्या असर किया कि मैं बिना कुछ कहे वो कपड़े पहनने के लिए राजी हो गया! उसने बाथरूम की तरफ इशारा किया और कहा- वहाँ जाओ और जल्दी से मेरी दुल्हन बन कर आओ!
मैं बाथरूम में गया और अपने कपड़े उतारे। सबसे पहले मैंने गुलाबी रंग की ब्रा पहनी फिर पेंटी को पहना! फिर मैंने वहाँ रखा लेडीज परफ्यूम उठाया और अपने बगल और शरीर पर लगा लिया! फिर मैंने दुल्हन के कपड़े निकाले और ब्लाऊज पहन लिया। वो मुझे एकदम फिट आ गया था! फिर मैंने लहंगा निकाला और उसे भी पहन लिया और ऊपर से चुनरी ऊपर से डाल ली!
वहीं बाथरूम में लगे शीशे में मैंने अपने आपको देखा, मैं दुबला पतला 18 साल का दुल्हन के कपड़े में एकदम लड़की सा लग रहा था! मैं अपने आप को आइने में देख कर खुद शरमा गया… मेरी बाहर जाने की हिम्मत नहीं हो रही थी। फिर भी हिम्मत करके मैं बाहर आया, बाहर अंधेरा था, मैं बिस्तर पर जाकर बैठ गया!
तभी कमरे की लाइट जली, मैं उठकर खड़ा हो गया, मैंने पीछे मुड़ कर देखा, उसकी आँखों में नशा था, वो बहुत सेक्सी दिख रहा था। मुझे देख कर वो ऊपर से नीचे तक घूरने लगा। उसके हाथ में एक गिफ्ट भी था!
उसके इस तरह घूरने से मुझे शर्म आने लगी और मैं पलट गया और अपनी पीठ उसकी तरफ कर दी।
वो आगे बढ़ गया और गिफ्ट बिस्तर पर रख मुझे पीछे से अपनी लोहे जैसी बांहो में कस कर जकड़ लिया, उसने अपना मुँह मेरी गर्दन पर किया और उस पर किस करने लगा।
उसके शरीर से पसीने और जेंटस परफ्यूम की महक आ रही थी जो मुझे मदहोश कर रही थी!
उसने मेरे गले पर किस करते हुए अपना मुँह मेरे कान के पास किया और मेरे कान में कहा- आय लव यू जान! तू बहुत अच्छी लग रही है! आज मैं तुझे अपनी दुल्हन की तरह प्यार करूंगा और तेरी सील तोड़ दूँगा!
उसकी ऐसी बातों से मैं पागल हो गया, उसकी गर्म बांहों में मेरा शरीर जल रहा था! उसने मुझे अपनी तरफ किया और मेरे होंठों पर अपने होंठ रख दिए और उन्हें चूसने लगा। वो आज बहुत जोश में था और मेरे होंठों पर ही टूट पड़ा।
उसने धीरे धीरे मुझे पीछे खिसकाया और बिस्तर पर गिरा दिया और खुद मेरे ऊपर आ गया। उसके शरीर का पूरा भार मुझ पर था। मैंने उसकी लोहे जैसी बाजुओं को पकड़ा और उसे अपने पर से हटाना चाहा पर नाकामयाब रहा। बल्कि जितना मैं उसे हटाता, वो और मुझ पर लदे जा रहा था। अंत में मैंने हार मान ली और अपने आपको उसे सौंप दिया।
वो मेरे होंठों को चबा रहा था और मेरे निप्पल को अपने मजबूत हाथों से ब्लाऊज के ऊपर से ही नौच रहा था, मैं बिल्कुल लड़कियों की तरह सिसकारियाँ भर रहा था जिससे उसे और जोश आ रहा था। अब मैं भी किस में उसका साथ दे रहा था।
कुछ देर हम यूँ ही करते रहे! थोड़ी देर बाद वो मुझ पर से हट गया तो मैंने राहत की सांस ली! फिर उसने अपना लाया हुआ गिफ्ट मुझे दिया और मैंने उसे लेकर खोला, उसमें चाकलेट्स थी! मैं खुश हो गया क्योंकि मुझे चाकलेट्स बहुत पसंद हैं।
उसने एक चाकलेट का पैकेट फाड़ा, चाकलेट को अपने मुँह में रखा और अपने मुंह मेरे मुंह के पास लाया! चाकलेट देख मेरे मुंह में पानी आ गया और मैं आगे बढ़ कर उसके मुंह से चाकलेट खाने लगा। अब उसने मुंह से सारी चाकलेट अपने और मेरे मुंह पर लगा दी, वो मेरे मुंह पर लगी चाकलेट खाने लगा, मैं भी उसके मुंह पर लगी चाकलेट चाटने लगा, हमने चाट चाट कर एक दूसरे का मुंह साफ किया।
उसने इसी बीच मेरे ब्लाऊज को खोलकर उतार दिया था। उसने कहा कि उसे भी चाकलेटस पसंद हैं!
मैं ऊपर से ब्रा में था, मुझे शर्म आ रही थी अब! मैं नीचे सिर झुका कर बैठा था, वो मुझे ब्रा में देख घूर रहा था। अब वो आगे बढ़ा, मेरी ब्रा पर अपना हाथ लगाया और सहलाने लगा। उसने मुझे सीने से एक धक्का दिया, मुझे लिटा दिया और मेरी छाती पर टूट पड़ा। पहले तो उसने मेरे गले पर बेतहाशा किस किया और काट कर निशान सा बना दिया।
मैं पूरा सेक्स में डूब चुका था, मैं अपने हाथ उसके पीछे ले गया और उसकी पत्थर जैसी पीठ को कस कर पकड़ लिया। वो अब मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरे निप्पल चूस रहा था और काट रहा था।
कुछ देर बाद उसने मेरे ब्रा को थोड़ा ऊपर किया और मेरी चुची पर जानवरों की तरह टूट पड़ा। उसके जैसे निप्पल आज तक किसी ने नहीं काटा था मेरा! मैंने उसका सर पकड़ कर उसे हटाना चाहा लेकिन वो टस से मस नहीं हुआ और वो दूसरी चुची को काटने लगा और पहली को हाथ से दबोच रहा था! वो बहुत फूल चुकी थी।
मैं बहुत चीख रहा था पर मेरी आवाज़ सुनने वाला वहाँ कोई नहीं था, दर्द के मारे मेरे आंसू निकल आये पर वो इसकी परवाह किए बिना लगा रहा। कुछ देर बाद वो मुझ पर से हटा, मेरी दोनों चुची फूल गई थी और लाल पड़ गई थी, उन पर मोहित के दांत के निशान पड़े हुए थे। यह हिंदी चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
उसने जब मुझे रोते हुए देखा तो मुझे अपनी बांहों में ले लिया और मुझे किस करने लगा। उसने मेरे कान में कहा- जानेमन, रोती क्यों है, मैं तुझे कुछ नहीं होने दूंगा! और मेरी चुची पर हाथ फेरने लगा!
उसने मेरे आंसू पौंछे और उठ कर अपने कपड़े उतारे, अब वो सिर्फ बनियान और अंडरवियर में था! वो मेरे करीब आया और मेरे मुंह के पास अपनी अंडरवियर लाया और उसे नीचे कर दिया। मैंने अपना चेहरे को ऊपर किया, उसका लंड 7 इंच का था और मोटा था! मैं डर गया… मैंने मोहित की तरफ देखा, वो बनियान में काफी गर्म लग रहा था।
उसने अपने हाथों से मेरा मुंह खोला और अपना लंड मेरे मुंह में दे दिया। मुझे काफी डर लग रहा था क्योंकि उसका लंड काफी मोटा था! वो अब मेरे मुंह में अपना लंड आगे पीछे करने लगा, उसके मुंह से सिसकारियाँ निकल रही थी। मैं भी अब उसके लंड चुसाई का मजा लेने लगा।
वो मेरा सिर पकड़ कर झटके दे रहा था। उसका लंड बिल्कुल उसके शरीर की तरह कड़क हो गया था।
उसने अब मेरा लहंगा ऊपर किया और मेरी पेंटी नीचे सरका दी, उसने अपनी उंगली पर थूक लगाया और उंगली मेरी गांड के छेद पर रखी और मेरी गांड को गीली करने लगा। उसने अब एक जोर का झटका दिया, उसकी दो उंगली मेरी गांड में जा चुकी थी। मेरे मुंह से हल्की सी चीख निकल गई ‘उम्म्ह… अहह… हय… याह…’
उसने दूसरा हाथ मेरे मुंह पर रख दिया और मुझे उंगली से जोर जोर से चोदने लगा। 5 मिनट तक तो वो मुझे ऐसे ही उंगली से चोदता रहा फ़िर जब मेरी गांड ढीली हो गई तो उसने अपन लंड पर थूक लगाया और मेरी गांड के छेद पर सेट किया और एक जोरदार धक्का मारा।
पूरा कमरा मेरी चीख से भर गया और उसने मेरी चुची को ब्रा के ऊपर से ही दबाना चालू कर दिया! उसने मेरे दर्द की परवाह किये बगैर दूसरा झटका दिया और अपना आधा लंड मेरी गांड में घुसेड़ दिया!
इस बार मैं पहले से ज्यादा तेज़ चिल्लाया, मैं पीछे हट गया जिससे उसका लंड मेरी गांड से निकल गया। मैंने राहत की सांस ली पर वो कहां मानने वाला था!
उसने अपने लंड पर बहुत सारा तेल लगा लिया और वो लेट गया उसने मुझे अपने ऊपर आने को कहा। मैं उसके ऊपर आ गया उसने अपना लंड मेरी गांड के छेद पर सेट किया और मुझे बैठने को कहा।
मैं जैसे ही बैठा, उसने एक धक्का दिया, मेरी गांड तो पहले से ही गीली थी, उसके लंड की चिकनाहट के कारण उसका आधा लंड मेरी गांड में घुस गया। मुझे पहले कम दर्द हुआ, मैंने उसके बाजुओं को कस कर पकड़ लिया। उसने अब मेरे चूतड़ों को पकड़ा और एक और धक्का मारा। उसका लंड कुछ और अंदर चला गया, उसका लंड काफी मोटा था, मैंने दर्द के मारे अपना मुँह उसके सीने से छिपा लिया।
अब उसने मेरे चूतड़ को पकड़ा और उसके झटके से नीचे किया, मेरे मुंह से चीख निकल गई… उसने अपना पूरा का पूरा लंड घुसा दिया था, मैं दर्द के मारे कराह रहा था। उसने मेरा चेहरा ऊपर किया और मेरे होंठों को चूमने लगा।
5 मिनट बाद जब मेरा दर्द कुछ कम हुआ तो उसने धक्के मारना चालू कर दिया, उसके मुंह से सिसकारियां निकल रही थी और मेरे मुंह से सिसकारियों के साथ दर्द भरी आवाज़ आ रही थी, पूरा कमरा हमारी आवाज़ से गूंज रहा था!
वो मुझे प्यार करते हुए चोद रहा था, कभी मेरे गले पर किस करता, कभी मेरी चुची को चूसता। दस मिनट तक वो मुझे ऐसे ही मसलता रहा, चोदता रहा, फिर उसने एकदम से अपनी रफ्तार बढ़ा दी! मैं जोर जोर से चिल्ला रहा था, उसने मेरे मुंह को अपने हाथ से दबा दिया और रफ्तार हद से ज्यादा कर दी। मेरी आँखों से आँसू निकल रहे थे!
2 मिनट बाद वो मेरी गांड में ही झड़ गया। वो अपना लंड मेरी गांड में डाले ही पड़ा रहा। हम बहुत थक गए थे और जाने कब हमारी नींद लग गई और हम ऐसे ही सो गए!
एक घंटे बाद मेरी नींद खुली और मैं देख कर हैरान रह गया, मेरी गांड खून से लथपथ थी और बिस्तर पर भी खून था! मेरी गांड से खून निकलता देख मैं रोने लगा। इतने में मोहित भी उठ गया और मुझे अपने सीने से लगा लिया। उसने मेरी गांड को साफ किया और दवाई लगाई जिससे मेरी गांड से खून निकलना बंद हो गया।
वो बाथरूम गया और नहा कर आ गया। वो अब पूरा नंगा था, उसका बालों से भरा चौड़ा शरीर बहुत मस्त दिख रहा था। उसका मूंछ वाला चेहरा फिर से नशीला हो गया था, उसका लंड दोबारा खड़ा होकर फनफना रहा था!
अब वो मेरे पास आया, मैं बिस्तर पर बैठा था, वो मेरे करीब खड़ा हो गया और अपना लंड मेरे मुंह में डाल दिया। इस तरह हमने उस रात 4 बार ये गेम खेला!
सुबह जब 8 बजे जब मैंने उसे जाने के लिए कहा तो उसने मुझे 2000 रुपए दिए और मुझे गले लगा लिया और अपने मुंह को मेरे कान के पास लाकर कहा- तूने सच में मुझे बहुत मजा दिया है! अभी ये नेग समझ कर रख ले!
मैंने अपने कपड़े पहने और हम बाहर आ गए। उसने मुझे घर तक छोड़ा और मुझे बाय कहा। मैंने भी उसे बाय कहा और अपने रूम पर आ गया।
उसके बाद हम कई बार मिले।
अब उसकी शादी हो गई है, जब उसकी बीवी लम्बे समय के लिए मायके जाती हैं तो वो मुझे बुला कर चोद देता है। उसने एक बार मुझसे कहा कि उसकी बीवी गांड नहीं मारने देती इसलिए वो मेरी गांड ही मारता है!
मुझे हट्टे कट्टे जवानों से प्यार है, बुरहानपुर और भोपाल के बंदे मुझे मिलने के लिए मेल करें! और सभी से निवेदन है कि मेरी कहानी के बारे में अपने सुझाव मुझे मेल करें, समय निकाल कर मैं आपके मेल का जवाब जरूर दूंगा! [email protected]
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