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अब तक आपने पढ़ा.. दीदी और उनका यार निहाल एक पेड़ की आड़ में चुदाई का खेल खेलने की तैयारी में थे। अब आगे..
दीदी मादक सिसकारियां लिए जा रही थीं- ईसस्स्स्स्स्.. ऊहह.. आहह.. वे बीच-बीच में स्माइल भी करती रहीं।
निहाल ने दीदी को लेटा कर किस करना स्टार्ट किया और उनकी ब्रा भी खोल दी। ब्रा खुलते ही दीदी ने दोनों हाथों से अपने मम्मों को ढक लिया। निहाल- क्यूँ छुपा रही हो जान.. आज कोई परदा नहीं होगा।
उसने दीदी के हाथ हटाए उनकी चूचियां देखकर पागलों की तरह उन पर टूट पड़ा, निहाल मेरी दीदी की एक चूची को मुँह में लेकर चाटने लगा और दूसरी को हाथ से भींचने लगा।
दीदी- उफ्फ़.. उम्म्ह… अहह… हय… याह… आहह.. निहाल बस करो। तभी निहाल दांतों से उनके मम्मों को काटने लगा, दीदी ज़ोर से ‘ऊऊहह.. आआहह.. कर रही थीं। फिर उसने ज़ोर से काटा, दीदी चिल्ला पड़ीं ‘आआअहह आराम से उई लगती है यार.. आहह..’ निहाल ने सॉरी बोला और आराम-आराम से उनके मम्मों को दबाने लगा।
मैं निहाल के हाथ को देख रहा था। उसने धीरे-धीरे अपना हाथ दीदी की पेंटी में डाल दिया। हाथ चूत में लगते ही दीदी ने ज़ोर से सिसकारी ली ‘उफ्फ़ आआहह निहाल.. यह कहाँ हाथ डाल दिया तुमने..’ निहाल- इसी को पाने की वजह से तो इतने पापड़ बेले हैं.. मैंने इतना खर्चा किया तुम पर.. मैं इसका हक़दार हूँ। बोलो हूँ कि नहीं? दीदी चुप रहीं।
निहाल ने फोन निकाला और कैमरा ऑन करके वीडियो मोड पर लगा दिया, फिर पेड़ के सहारे से फोन खड़ा कर दिया। मैं समझ गया कि अब वो दोनों जो भी करेंगे.. कैमरा में रिकॉर्ड हो जाएगा। यह सोचकर मैं मुस्कुरा रहा था।
दीदी उसे देख रही थीं। फिर निहाल ने दीदी की पेंटी भी उतार दी, अब दीदी उसके सामने नंगी पड़ी थीं, उसने दीदी को नशीली आँखों से देखा और उनकी टाँगें फैला दीं। दीदी की चूत एकदम साफ़ थी, ऐसा लग रहा था कि दीदी कुँवारी हों।
फिर निहाल ने उनकी चूत पर उंगली फेरी और ज़ोर-ज़ोर से चूत चाटने लगा। अपनी ज़ुबान को दीदी की चूत में अन्दर डालने की कोशिश करने लगा। दीदी ‘ऊऊओह.. आआअहह..’ करती रहीं।
फिर दीदी ने निहाल का सिर ज़ोर से खींचा और अपनी चूत की तरफ उसको दबाने लगीं। निहाल भी पागलों की तरह चूत चाट रहा था।
दस मिनट तक चूत चाटने के बाद वो उठा और उसने अपनी टी-शर्ट उतार दी, फिर उसने अपनी पैंट भी उतार दी। अब उसके अंडरवियर में उसका सख्त लंड साफ़ दिख रहा था। उसका लंड लम्बाई में तो सामान्य था लेकिन लंड की मोटाई ज्यादा थी, दीदी उसके लंड को देखती रहीं।
निहाल अपने लंड को चड्डी में से धीरे से निकाल रहा था, उसने पूरा लंड बाहर निकाला और सहलाते हुए हिलाने लगा। दीदी ने उसको चुदासी निगाहों से देखा तो निहाल दीदी के ऊपर आ गया।
अब निहाल अपने लंड पर कन्डोम चढ़ाने लगा। जब लंड पर कन्डोम चढ़ गया.. तो वो दीदी से बोला- देखो। दीदी लंड देखने लगीं। निहाल- मेरा लंड कैसा लगा? तुम्हारे शौहर से अच्छा या बुरा?
दीदी चुपचाप उसके लंड को देखती रहीं। निहाल ने दीदी की चूत पर फिर से किस करना शुरू किया। अब वो दीदी की चूत में उंगली करने लगा तो दीदी मचलने लगीं। दीदी ने निहाल का हाथ पकड़ लिया.. पर हटाया नहीं, वो दीदी की चूत में उंगली करता रहा।
दीदी ‘ऊऊहह आआअहह.. उफ्फ़ ओफफ्फ़.. करते हुए सिसकारियां लेने लगीं। मुझे उस समय तबस्सुम दीदी एक सेक्सी पॉर्न स्टार की तरह लग रही थीं.. जो अपने हीरो के लंड को पूरा मज़ा देना चाहती थी।
कुछ मिनट तक उंगली करने के बाद दीदी ने निहाल को हटाया। निहाल समझ गया कि दीदी अब गरम हो गई हैं.. तो उसने अपना लंड पकड़ा और तबस्सुम दीदी की चूत पर रख दिया। तबस्सुम दीदी ने उसका लंड पकड़ा तो वो घूर कर देखने लगा।
दीदी ने लंड से कन्डोम उतार दिया, निहाल समझ गया कि दीदी नंगे लंड से चुदाई का पूरा मज़ा लेना चाहती हैं। निहाल ने उनकी चूत पर लंड को रगड़ा तो दीदी मादक आवाजें निकालने लगीं ‘ऊफ्फ..स्स्स्स्स्..’
निहाल ने पॉकेट में से आयल का पाउच निकाला और लंड पर लगा कर चूत में लंड पेलने लगा।
लंड का सुपारा दीदी की चूत में फंसाते ही निहाल ने एक ज़ोर से धक्का मारा और उसका लंड एक इंच तबस्सुम दीदी की चूत में चला गया।
दीदी ने आँखें बंद कर लीं और होंठों को दांतों से काटने लगीं। निहाल ने लंड थोड़ा पीछे लिया और फिर से ज़ोरदार झटका मारा। इस बार लंड दीदी की चूत को चीरता हुआ कुछ और अन्दर चला गया।
इस बार दीदी ज़ोर से चिल्लाईं ‘आआहह.. निहाल्ल्ल.. मैं मर गई.. आहह निकालोओ इसे.. आआहह..’ निहाल नहीं हटा और थोड़ी देर ऐसा ही चढ़ा रहा।
दीदी भी लेटी रहीं और अपनी आँखें निहाल की आँखों में डाल कर बोलीं- प्लीज़ निकाल लो ना.. दर्द हो रहा है। निहाल- मेरी जान तुम पूरा ले चुकी हो.. अब ज़्यादा दर्द नहीं होगा.. अब तुम्हारी चूत खुल चुकी है। दीदी- ओह्ह.. मेरी जान। वो सिसकारियाँ लेने लगीं।
अब निहाल ने लंड निकाला और पूरी ताक़त से एक झटका मारा। इस बार उसका पूरा लंड दीदी की चूत में जड़ तक चला गया। दीदी फिर से ज़ोर से चिल्लाई- आआआहह मैं मर गई आहह.. वो दर्द से रोने लगीं।
दीदी- निहाल थोड़ी देर ऐसे ही रहो प्लीज़.. आगे-पीछे मत होना.. दर्द हो रहा है। निहाल- ओके मेरी जान.. वो दीदी के मम्मों को दबाने लगा, दीदी को इससे राहत मिली।
फिर निहाल ने लंड आगे-पीछे करके तबस्सुम दीदी को चोदना शुरू कर दिया। दीदी लंड के हर झटके पर ‘आअहह.. आआहह..’ कर रही थीं और हल्की सी खुशी उनके चेहरे पर आ चुकी थी।
निहाल दीदी को पूरी ताक़त से चोद रहा था। दस मिनट तक चोदने के बाद वो उठा और दीदी को उल्टा करके उनके चूतड़ों को सहलाने लगा.. किस करने लगा। यह हिंदी चुदाई की कहानी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
दीदी मुस्कुरा रही थीं। फिर उसने दीदी की गांड पर लंड रगड़ा और उनकी कमर ऊपर उठाई। दीदी अब घोड़ी बन गईं। उसने फिर से लंड को पीछे से दीदी की चूत में डाल दिया और उनके मम्मों को पकड़ कर उन्हें चोदने लगा। कुछ मिनट तक चोदने के बाद उसने लंड फिर निकाला और दीदी को किस करने लगा। साथ ही वो दीदी की चूत में उंगली करने लगा।
दीदी भी उसके बाल पकड़ कर किसिंग कर रही थीं।
फिर दीदी सीधी लेटी और निहाल के बाल पकड़ कर अपनी चूत की तरफ खींच कर चूत चुसाई करवाने लगीं। वो दीदी की चूत चूस कर ऊपर किस करता.. दीदी भी किस करतीं। इस तरह के मजे से दीदी और वो हंसने लगे।
निहाल ने दीदी की चूत में जीभ डाली और चूत चाटने लगा, दीदी की चूत पूरी खुल गई थी। कुछ पलों बाद निहाल ने फिर से दीदी की चूत में लंड डाला और चूत में पेल कर कहने लगा- मैं झड़ने वाला हूँ.. वो दीदी की चूत में ज़ोर-ज़ोर से झटके मारने लगा।
दीदी भी अब पूरे जोश में आ गई थीं। वे भी बोल रही थीं- आआहह ऊऊआहह.. निहाल.. आअहह मार ही डालोगे क्या.. आआअहह.. उधर निहाल भी ‘आअहह.. मेरी जान.. लो.. मेरा लंड लो.. यह कब से बेताब था तेरी चूत में जाने को.. आह्ह.. आज सपना पूरा हो गया।
कुछ मिनट तक चोदने के बाद निहाल बोला- तबसस्सुउम्म.. मैं आ रहा हूँ.. आआआहह.. उसने दीदी की एक चूची को ज़ोर से काटा और दीदी भी चिल्लाईं- आआआहह..
बस उसने झटके के साथ सारा वीर्य मेरी तबस्सुम दीदी की चूत में भर दिया और उन पर गिर पड़ा। निहाल दीदी के ऊपर 5 मिनट तक पड़ा रहा.. दीदी भी उसके नीचे लेटी रहीं, दीदी स्माइल के साथ उसके कंधे पर किस करने लगीं।
दीदी- मेरी जान तुम्हारी यह ख्वाइश भी आज पूरी कर दी.. अब मत बोलना कि मैं तुमसे प्यार नहीं करती। निहाल- तबस्सुम आई लव यू मेरी जान.. थैंक्यू।
मेरी सबसे प्यारी बहन मेरे सामने अपने बॉयफ़्रेंड के साथ नंगी लेटी थी और मैं अपनी दीदी को चुदते हुए देख रहा था। यह मेरे लिए डूब मर जाने वाली बात थी.. लेकिन नए ज़माने की नई सोच के लिए मैंने उसे इग्नोर कर दिया।
थोड़ी देर बाद दोनों उठे। निहाल ने अपने पॉकेट से एक कपड़ा निकाला, दीदी की चूत को पोंछा, उसने अपने लंड को भी पोंछा। फिर दोनों ने अपने कपड़े पहने और चल दिए।
निहाल दीदी को आगे की तरफ छोड़ कर वापस आ गया। वो अपना फोन चैक करने लगा और हँसने लगा। दीदी ने आवाज़ लगाई- निहाल क्या कर रहे हो? तो उसने झट से फोन पॉकेट में रखा और दीदी के साथ चला गया।
मुझे डर होने लगा कि निहाल कहीं दीदी को वीडियो के ज़रिए ब्लैकमेल तो नहीं करेगा।
आगे क्या हुआ.. यह मैं आपका रिस्पॉन्स मिलने के बाद आपको जरूर बताऊँगा। प्लीज़ बताईए कि यह हिंदी सेक्स स्टोरी कैसी लगी.. मुझे मेल कीजिएगा। [email protected]
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