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आपकी फेहमिना एक नई चुदाई की कहानी लेकर आपके सामने हाजिर है। यह हिंदी सेक्स स्टोरी मुझे मेरे एक फेसबुक दोस्त ने भेजी है, आशा करती हूँ कि आप सभी को यह सेक्स कहानी बहुत पसंद आएगी। तो कहानी का मजा लीजिये।
दोस्तो, मेरा नाम राज है, 21 साल का ठीक ठाक दिखने वाला लड़का हूँ। मैं आज आप सभी के सामने एक चकित कर देने वाली कहानी लेकर आया हूँ, उम्मीद करता हूँ कि आप भाइयों और बहनों को मेरी यह मेरी चुदाई की सच्ची कहानी बहुत पसंद आएगी।
इस कहानी के कई किरदार हैं.. लेकिन कुछ अहम किरदार भी हैं। मेरे घर में मेरी मम्मी, पापा और मेरी एक बहन रहती है, हम एक अपार्टमेन्ट में रहते हैं, मेरे पापा मम्मी नौकरी करते हैं, घर पर मेरी दीदी सिमरन रहती है जिसकी उम्र 24 साल है.. मेरी दीदी का फिगर 34-28-34 है।
हम सब दीदी को प्यार से सिमु कहते हैं। वो दिखने में बहुत ही खूबसूरत है और सेक्सी भी.. उसके फिगर से ही आपको अंदाज़ा लग गया होगा कि वो सेक्स की एक मूर्ति। वैसे दीदी बहुत चालू लड़की है, उसके कॉलेज में उसे चालू माल का ख़िताब मिला हुआ था मगर मैं उसे बहुत शरीफ समझता था।
वैसे मैं मुठ मारने का आदी हूँ और लगभग हर दिन में एक बार मुठ मार ही लेता हूँ.. बाथरूम तो कभी रात में अपने बिस्तर पर ही! मेरे घर में तीन बेडरूम हैं, एक डाइनिंग और एक ड्रॉइंग रूम है.. दो अटेच टॉयलेट हैं और एक किचन है।
एक बेडरूम में मम्मी पापा सोते हैं, दूसरे बेडरूम में में सोता हूँ और तीसरे बेडरूम में मेरी दीदी सोती है।
वो गर्मियों के दिन थे, हम लोगों को एक शादी में कुछ दिनों के लिए जाना था। मम्मी, पापा शादी में जाने की तैयारी कर रहे थे.. तभी अचानक जाने से दो दिन पहले मेरी बहन ने कहा कि वो शादी में नहीं जाएगी क्योंकि उसको कुछ अपने पढ़ाई से सम्बन्धित प्रॉजेक्ट्स पर काम करना है।
तो मम्मी, पापा ने मुझसे कहा कि मैं भी अपनी दीदी के साथ ही रहूँ। मैं भी मान गया।
दो दिन बाद पापा, मम्मी सुबह सुबह 5 बजे ही घर से निकल गये, मुझे और दीदी को समझा कर गये कि ठीक से रहना, अपना ख्याल रखना और अजनबियों से बातें ना करना!
मैं दरवाजा बंद करके अपने कमरे में आ गया और दीदी से बोला- मैं सोने जा रहा हूँ.. तभी वो बोली कि वो भी अपने रूम में सोने जा रही है।
मैं अपने कमरे में आकर सो गया। मैं 9.30 बजे सुबह उठा, अपने कमरे से बाहर निकला, मैंने देखा कि हमारे घर की नौकरानी काम कर रही थी और मेरी बहन किसी से फोन पर बातें कर रही थी। फिर अचानक मेरी बहन ने मुझे देखकर फोन बंद कर दिया, बाथरूम में फ्रेश होने चली गई।
थोड़ी देर के बाद में भी फ्रेश हो गया, हमारी नौकरानी अपना सभी काम करके चली गई। मैंने दीदी से कुछ नाश्ते के लिए खाने को माँगा.. तो दीदी ने दो प्लेट नाश्ता लगाया.. एक खुद के लिए और एक मेरे लिए… हम टेबल पर खाने के लिए एक साथ बैठ गये।
उस दिन दीदी ने एक छोटी टी-शर्ट और हाफ पेंट पहनी थी, उसमें वो एकदम मस्त माल लग रही थी। तभी अचानक दीदी ने मुझसे कहा- राज आज एक लड़की घर पर आएगी.. मैंने पूछा- कौन? तो दीदी ने कहा- प्रिया, वो मेरी बहुत अच्छी सहेली है, वो यहाँ कुछ काम से आ रही है, कुछ दिन तक हमारे घर में हमारे साथ ही रहेगी। मैंने कहा- ठीक है, उसके यहाँ पर रुकने से मुझे कोई आपत्ति नहीं है।
फिर करीब दो घंटे के बाद दरवाजे की घंटी बजी, मैं गेट खोलने गया। जैसे ही मैंने गेट खोला तो देखा कि बाहर गेट पर एक बहुत हॉट लड़की थी, मुझे लगा कि वो ही प्रिया है.. दीदी की सहेली। मैंने उससे उसका नाम पूछा.. तो उसने अपना नाम प्रिया बताया, मैंने उनको अंदर आने का इशारा किया।
इतनी देर में दीदी भी आ गई और अपने सहेली के गले लग गई, फिर दीदी उसे अपने कमरे में ले गई, वहाँ उसने अपना सामान रखा।
फिर हम तीनों ने एक साथ बैठकर दोपहर में खाना खाया और मैं अपने कमरे में चला गया, दीदी और उसकी सहेली अपने कमरे में.. दोस्तो, प्रिया दिखने में बहुत ज्यादा खूबसूरत तो नहीं.. लेकिन सेक्सी और बिल्कुल बोल्ड थी।
कुछ देर के बाद मेरे कमरे में दीदी और उसकी सहेली आई, मेरे सामने आकर बैठ गई। दीदी ने मुझसे कहा- राज.. प्रिया को थोड़ी शॉपिंग करनी है, मैं इसके साथ मार्केट जा रही हूँ, कुछ देर के बाद लौटूँगी।
वो कपड़े बदल कर बाहर चले गई, मैं घर पर अकेला था। तभी मैंने सोचा कि क्यों ना एक बार एक शानदार मुठ मार ली जाए प्रिया के नाम.. जो दीदी की सहेली थी।
फिर मैंने सोचा कि प्रिया के नाम की मुठ मारने के लिए क्यों ना मैं प्रिया की पेंटी और ब्रा का इस्तेमाल करूँ? तो मैं दीदी के कमरे में गया, प्रिया का बैग खोला तो उसके अंदर रखे सामानों को देखकर मैं तो दंग ही रह गया।उसके बैग में कुछ ब्लू फिल्म की डीवीडी थी और कुछ सेक्सी किताबें थी और 8-10 पेकेट कंडोम थे।
मैं सोचने लगा कि यह सब माजरा क्या है? तभी मैंने एक डीवीडी पर प्रिया की नंगी फोटो देखी और तब मुझे पता चला कि प्रिया एक रंडी है पोर्न फ़िल्मों की हिरोइन है, और अब मुझे अपनी दीदी पर बहुत आश्चर्य हुआ कि प्रिया एक रांड है और यह दीदी की सहेली कैसे बन गई।
मैं 2 बार मुठ मारकर अपने कमरे में आकर लेट गया।
रात को 8 बजे दीदी और प्रिया घर आई तो मुझे वो दोनों बहुत ही ज़्यादा खुश लग रही थी। रात को हमने खाना बाहर से ऑर्डर किया और फिर हमने एक साथ खाना खाया। मैं बार बार प्रिया की तरफ ही देख रहा था और अपनी दीदी की तरफ भी!
खाना खाने के बाद दीदी मेरे रूम में आईं और बोली- राज, आज रात को तीन लोग हमारे घर पर आएँगे और कुछ दिनों तक घर पर ही हमारे साथ ही रहेंगे। मैंने पूछा- वो लोग कौन हैं? तो दीदी ने जवाब दिया- वो मैं तुम्हे कल ही बता दूंगी.. लेकिन प्लीज तुम यह बात मम्मी और पापा को मत बताना।
मैंने पूछा- लेकिन वो लोग हैं कौन? तो दीदी ने मुस्कुराकर कहा- वक्त आने पर तुम्हें सब पता चल जाएगा मेरे भाई!
मैं कुछ नहीं बोला और दीदी वहाँ से अपने कमरे में चली गई।
कुछ ही देर के बाद घंटी बजी, दीदी ने दरवाजा खोला। तभी मैंने देखा कि करीब 5 लोग हमारे घर पर आए और दीदी ने उन लोगों को बाहर के कमरे में बैठाया और वो खुद किचन में आकर चाय बनाने लगी।
दीदी से मैंने पूछा- ये लोग कौन है? तो दीदी ने सिर्फ़ मुझे एक स्माईल दी.. लेकिन मुझे उनके बारे में कुछ भी नहीं बताया। मैं उन लोगों के चेहरे ही देख रहा था.. उनमें से एक आदमी की उम्र करीब 25 साल होगी और दूसरे की 34 साल, तीसरे की 40 साल, चौथे की 41 साल और पाँचवें की 45 साल के आसपास… उनके पास बहुत ही बड़ा एक बैग था और बहुत सारा सामान था।
फिर दीदी ने मुझे बुलाया और अकेले में कहा- राज आज की रात बहुत ही हसीन होगी और आज तेरी बहन एक पोर्न स्टार बनने जा रही है।तो मैंने बहुत घबरा कर पूछा- दीदी, तुम ऐसा क्यों कर रही हो? तो उसने मुझे किस करते हुए कहा- भाई मैं अपनी सेक्स की हवस को पूरा करने के लिए ऐसा कर रही हूँ, सेक्स के बिना ज़िंदगी का मज़ा नहीं है।
मैंने कहा- मैं मम्मी, पापा को यह सब बता दूँगा। दीदी ने हंसते हुए कहा- तुम मम्मी पापा को कुछ नहीं बताओगे और अगर तुमने उन्हें कुछ बताया तो मैं खुद ही मम्मी पापा को फोन करूँगी और रो रोकर कहूँगी कि तुम मुझसे यह सब करवा रहे हो!
मैं एकदम घबरा कर चुप हो गया और सोचने लगा कि अब मैं क्या करूं.. लेकिन बहुत सोचने के बाद निर्णय लिया कि कुछ नहीं कहूँगा और मजबूरी में वो जैसा कहेगी कर लूँगा। दीदी ने मुझसे कहा- वैसे ज्यादा मत सोचो और अगर तुम चाहो तो आज इस सेक्स और हवस के खेल में हमारे साथ शामिल हो सकते हो।
फिर दीदी, प्रिया और बाकी के 5 लोग दीदी के कमरे में चले गये। कमरे में सभी लोग बहुत आवाज़ें कर रहे थे और हंस भी रहे थे।मैं दरवाजे के पास गया तो मैंने देखा कि उनकी तैयारी एक ब्लू फिल्म बनाने की है।
मैं अपने कमरे में चला आया और पूरी तरह नंगा होकर बिस्तर पर लेट गया, रात बहुत हो चुकी थी, करीब 12 बज रहे होंगे।
तभी अचानक से दीदी की बहुत ज़ोर से चीखने की आवाज़ आई। तो मैंने देखा कि दीदी अपने कमरे में से बाहर दौड़कर आ रही है और उस समय वो पूरी नंगी थी और उसके शरीर से बहुत बदबू आ रही थी।
वो चीखते हुए बाथरूम में जा रही थी और वो चिल्ला रही थी- यह तुमने क्या कर दिया.. आज मैं गई… उह्ह बाबा उह्ह आह!दीदी 15 मिनट के बाद बाथरूम से बाहर आई और अपने कमरे में चली गई और रात भर उनकी चुदाई और ब्लूफिल्म की शूटिंग चलती रही होगी।
मैं सुबह उठा करीब 8 बजे तो मैंने देखा कि प्रिया और दो लोग नंगे लेटे हुए थे.. लेकिन मुझे दीदी और बाकी के तीन लोग नज़र ही नहीं आ रहे थे। तो मैंने प्रिया को नंगे ही जगाया और पूछा कि दीदी कहाँ है? तो प्रिया ने मेरे लंड पर जबरदस्त अपने हाथ से मारा और मुझसे गाली देते हुए बोला- साले, तेरी दीदी अब रखैल और रंडी हो गई है, तू उसे कोठे पर जाकर देख!
मैंने फिर से प्रिया से पूछा- प्लीज बताओ कि दीदी कहाँ है? तो प्रिया ने हंसते हुए कहा- अच्छा साले, अभी बताती हूँ.. लेकिन तुझे मेरी बात माननी पड़ेगी। मैंने कहा- ठीक है, मैं आपकी हर बात मानूंगा।
तो उसने कहा- तू मेरे साथ टॉयलेट में चल.. मैं उसके साथ टॉयलेट में गया, वो टॉयलेट के सीट पर बैठ गई और उसने कहा कि तू अब मेरी बुर को चाट.. तो मैंने वैसा ही किया और फिर उसने मुझे बताया कि दीदी एक ब्लू फिल्म शूटिंग हॉल में रात में 3 बजे से गई हुई है वो अपनी चुदाई की फिल्म बनवा रही है।
मैं घबरा गया, मेरा पेशाब का प्रेशर बन गया, मैंने प्रिया को बाहर जाने को कहा तो उसने कहा कि मैं उसके सामने ही पेशाब कर लूँ.. लेकिन मेरी हिम्मत नहीं हुई तो प्रिया ने मुझे डांटते हुए पेशाब करने को कहा तो मैं पेशाब करने लगा। प्रिया वहीं पर मेरे पास नंगी खड़ी मुझे घूर घूर कर देख रही थी।
तभी वो मेरे पीछे आई और मेरे लंड को अपने एक हाथ से पकड़ कर आगे पीछे हिलाने लगी और फिर थोड़ी देर के बाद मेरे आगे आकर पेशाब को चाटने लगी। मैंने अपना लंड उसके मुंह में दे दिया, वो उसे बड़े मजे से चूसने लगी, मैं भी उसके बूब्स को दबाने, मसलने लगा।
थोड़ी देर के बाद मैंने उसको नीचे लेटाया और लंड को चूत पर टिकाकर और एक ज़ोर का धक्का दिया और पूरा का पूरा लंड चूत में डालकर उसको बड़े हरामी की तरह चोदने लगा.. मैं उसकी चूत पर ताबड़तोड़ धक्के दिए जा रहा था और वो सिसकारियाँ ले रही थी उम्म्ह… अहह… हय… याह… और कह रही थी- चोद… और चोद मुझे… और ज़ोर से चोद मुझे… हाँ लगा, और लगा अपने लंड का पूरा दम.. फाड़ दे मेरी चूत को.. दे और दे और ज़ोर से धक्के दे।
तो मैं भी जोश में आकर ज़ोर ज़ोर से धक्के दिए जा रहा था.. लेकिन इस चुदाई की वजह से मैंने उस समय अपने लंड कंडोम नहीं पहना था। उसने मुझसे कहा कि जब मैं झड़ने लगूं तो अपना लंड को उसकी चूत से निकाल लूँ, मैंने कहा कि ठीक है। यह हिंदी सेक्स स्टोरी आप अन्तर्वासना सेक्स स्टोरीज डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं!
लेकिन जब मैं उसको चोदने लगा तो मुझे पता ही नहीं चला कि कब मेरा सारा वीर्य उसकी चूत के अंदर चला गया.. लेकिन उस समय चुदाई में व्यस्त होने की वजह से हमें बिल्कुल ही ख्याल नहीं रहा और हम जमकर एक दूसरे के साथ मजा ले रहे थे।
लम्बी चुदाई के बाद हम दोनों बहुत थक गए थे, हम फ्रेश हुये और प्रिया नहाकर कपड़े बदल कर मेरे पास आई और मुझसे कहा कि उसे बहुत भूख लगी है.. क्योंकि सिमरन का तो कोई पता नहीं था कि वो कब तक आएगी। तो मैंने उससे कहा कि अगर उसे खाना बनाना आता है तो किचन में जाकर बना ले..
प्रिया ने कहा- चलो हम बाहर किसी होटल में जाकर खा लेते हैं। मैंने भी हाँ कर दिया और फिर हम दोनों होटल में खाना खाने चले गये और खाने के बाद हमने सोचा कि सिमु के पास चलें।
तो प्रिया मुझे उस शूटिंग हॉल में ले गई। जब हम वहाँ पर पहुंचे तो देखा कि वहाँ कोई भी नहीं था, दीदी भी नहीं… बस वहाँ पर दीदी के फटे हुए कपड़े थे।
प्रिया ने फोन लगाया और पता चला कि सिमरन रेलवे स्टेशन के पास एक प्राईवेट रूम में कुछ लोगों के साथ चुद रही थी। उसने फोन रखने के बाद मुझे बताया कि मेरी दीदी आज कुल मिलाकर 18 लोगों से चुदी है। यह बात सुनकर मैं तो बहुत ही दंग रह गया।
फिर मैं और प्रिया एक गार्डन में जाकर बैठ गये। मैंने प्रिया से उसके बारे में पूछा.. तो प्रिया ने मुझे बताया कि वो एक रांड है और उसकी मुलाकात मेरी दीदी से तीन महीने पहले हुई थी। उसने बताया कि मेरी दीदी हमेशा से एक हिरोइन बनना चाहती थी और इसी दौरान वो दोनों सहेली बन गई। प्रिया ने अपनी कहानी बहुत विस्तार में बताई, बताया कि मेरी बहन और प्रिया दोनों को अलग अलग तरीके से, तकलीफ़ भरा, गन्दा घिनौना सेक्स करने का शौक है।
फिर प्रिया ने कहा- क्यों ना हम कुछ नया काम करें? मैंने कहा- क्या? तो प्रिया ने कहा- चलो आज हम एक पब्लिक टॉयलेट में चुदाई करते हैं। मैं मान गया।
फिर हम उसी गार्डन के टॉयलेट में गये.. लेकिन वो टॉयलेट बहुत ही छोटा सा था और उस टॉयलेट का गेट टूटा हुआ और वो लकड़ी का था और उस टॉयलेट में सिर्फ़ एक आदमी ही बैठ सकता था।
जैसे ही हमने टॉयलेट का गेट खोला तो देखा कि टॉयलेट की सीट गंदी थी.. लेकिन प्रिया ने कहा कि कोई बात नहीं हम कर लेंगे। हमने अपने नीचे के कपड़े उतार दिए, मैं टॉयलेट की सीट पर बैठ गया और प्रिया मेरे ऊपर अपनी चूत में मेरा लंड डालकर बैठ गई।
मैं उसे नीचे से धक्के देकर चोदने लगा और वो भी थोड़ा बहुत ऊपर नीचे होकर मेरे लंड से अपनी चूत को ठंडा करने में लगी रही और फिर करीब बीस मिनट की चुदाई के बाद मैंने उसकी चूत में अपना सारा का सारा वीर्य डाल दिया।
फिर हम कपड़े पहनकर वापस घर पर आ गए।
दोस्तो, उसके बाद मेरा मुठ मारने का काम बिल्कुल बंद हो गया, अब जब मर्ज़ी चाहे सिमरन को पटककर चोद देता था और मेरी राण्ड बहन भी अपने भाई का लंड चूत में लेने से मना नहीं करती थी।
मैंने अब प्रिया जब भी हमारे घर आती थी तब उसे खूब चोदा और फिर बाद में उसके घर पर जाकर भी उसको चोदना शुरू कर दिया है। अब मेरे लंड के नसीब में 2 हसीन चूतें थी जो मेरे लंड की सेवा करती थी। मेरी बहन अब एक बहुत बड़ी रंडी बन चुकी है। धन्यवाद।
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