कुँवारी पिंकी की सील तोड़ चुदाई -10

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अब तक आपने पढ़ा..

पिंकी ने मुझे अपनी बाँहों में लिया और 2 मिनट लंबा चुम्बन किया। फिर मैंने पिंकी से पूछा- आज रात में तो आओगी ना..? तो पिंकी ने कहा- जी नहीं.. मैं बहुत थक गई हूँ.. तो अब सोनी को रात में खाना बनाने के लिए भेज दूंगी। ‘ठीक है..’

फिर पिंकी चुम्बन करके बोली- यश एक बात कहूँ.. तुम बहुत अच्छे हो और बहुत ही प्यारे भी.. और सच में तुमने मुझे खुश कर दिया.. ये पल मैं हमेशा याद रखूंगी। वो ये बोल कर चली गई। अब आगे..

पिंकी के जाने के बाद मैंने आराम किया मैं भी थक चुका था। मैं बिस्तर पर जाते ही सो गया.. करीब 9 बजे मेरी नींद खुली, बाहर से कोई घंटी बजा रहा था.. मैं उठा और दरवाजा खोला तो देखा आंटी थीं।

आंटी ने मुझसे पूछा- बेटा यश.. खाना खा लिया तुमने? तो मैंने झूठ ही बोल दिया- अभी सोनी की कॉल आई थी.. वो अभी आ रही है। यह सुन कर आंटी चली गईं।

फिर मैंने दरवाजा बंद किया.. जैसे ही दरवाजे से हटा.. कि दुबारा घंटी बजी, मैंने दरवाजा खोला.. तो गली में ही एक दोस्त रहता था.. वही था.. पूछने लगा- यार आजकल तू तो बाहर ही नहीं निकलता? मैंने कहा- हाँ यार.. घर में कोई नहीं है न.. थोड़ी देर बात करके वो भी चला गया।

मैंने दरवाजा बंद करके फिर से हटा मुँह धोने जा ही रहा था.. इतने में फिर घंटी बजी.. मैंने मन में ही झुंझलाते हुए कहा- अब कौन है यार?

दरवाजा खोल के देखा तो देखता ही रह गया.. सोनी आई हुई थी.. पर उसने जीन्स और ब्लू रंग का टॉप पहना हुआ था। उसके बाल खुले थे.. और एक तरफ कर रखे थे। क्या मस्त माल लग रही थी यार.. मुझसे रहा नहीं गया.. मैंने झट से दरवाजा बंद किया और सोनी को चुम्बन करने लगा। इतने में सोनी बोली- मेरी जान.. आराम से कर लेना, पहले अन्दर तो आने दो।

सोनी के अन्दर आते ही मैं उसको चुम्बन करने लगा और उसके चूचों को जोर-जोर से दबाने लगा.. सोनी भी साथ दे रही थी। फसोनी ने कहा- मेरे हॉटशॉट.. अभी रुक जाओ.. पहले खाना बना लूँ.. फिर दोनों खाकर मस्ती करेंगे.. ओके। मैं भी मान गया.. मुझे भी भूख लगी थी।

मैंने सोनी को बोला- ठीक है जान.. तुम खाना बनाओ.. मैं मुँह धोकर आता हूँ। सोनी बोली- ठीक है।

मैं मुँह धोकर रसोई में गया.. तो सोनी की मस्त गाण्ड को ठुमकते हुए देखा। मैं पीछे से जाकर उसकी गाण्ड को दबाने लगा और उसके गाल पर चुम्बन करके बोला- क्या हुआ जान क्या सोच रही हो?

सोनी बोली- खाना क्या बनाऊँ.. बनाने को कुछ भी सब्जी नहीं है। मैंने कहा- कोई बात नहीं.. मैं अभी होटल से लेकर आता हूँ।

फिर मैं होटल से बटर चिकन लेकर 10 मिनट में घर पर आया.. सोनी मेरा इंतजार करते मेरे कमरे में चली गई थी। मैंने घंटी बजाई.. तो सोनी आई फिर हम दोनों ने खाना खाया और वो बर्तन साफ़ करने लगी।

अब सोनी बोली- हॉटशॉट.. एक बात पूछूँ.. बताओगे? मैंने कहा- पूछो रानी.. ‘अभी मैंने तुम्हारे कमरे में कंडोम देखा.. मुझे ये पूछना है कि क्या कंडोम से भी सेक्स करने में मजा आता है?’ ये बात उसने शरमाते हुए पूछी।

मैंने कहा- सोनी.. देखो कंडोम क्यों पहनते हैं.. ये तो पता ही होगा? तो सोनी बोली- हाँ.. सेफ्टी के लिए.. मैंने कहा- हाँ पर इससे इतना मजा नहीं आता है.. पर अगर तुमको कंडोम लगा कर सेक्स करने का मन है.. तो बता दो वो भी कर लेते हैं।

सोनी का चेहरा शर्म से लाल हो गया और धीमी सी आवाज में बोली- हाँ करना है। मैंने कहा- ठीक है.. फिर जल्दी से अपना काम खत्म करो.. फिर मस्ती करेंगे।

दस मिनट में सोनी ने बर्तन साफ़ करके मेरे पास आकर बैठ गई और बोली- हॉटशॉट.. देखो 30 मिनट हैं.. जो भी करना है.. जल्दी करना ओके..

उस टाइम कोई 9:40 हो रहे थे.. मैंने कहा- ठीक है.. तुम जल्दी से बाथरूम में जाकर चूचों और चूत को साफ़ करके आ जाओ। सोनी चली गई और करीब 5 मिनट बाद आई। मैंने कहा- कपड़े नहीं उतारे? तो सोनी अदा से बोली- नहीं जी.. वो तो तुम उतारोगे ना.. मेरे हॉटशॉट बाबू..

मैं उठा और सोनी के बाल पकड़े और उसको दीवार से लगा दिया और फिर उसके प्यारे कोमल होंठों को जोर-जोर से चूसने लगा और कभी-कभी काट भी लेता। मुझे पता था कि टाइम अभी ज्यादा नहीं है.. तो जल्दी ही करना होगा।

मैंने सोनी के टॉप के अन्दर हाथ डाल कर उसकी पूरी पीठ को सहलाने लगा.. जिससे सोनी अब गर्म होने लगी। फिर मैंने सोनी का टॉप निकाल दिया और देखा.. तो उसने पिंक कलर की ब्रा पहनी हुई थी। मैंने देर न करते हुए उसकी ब्रा को भी उतार दिया और उसकी गर्दन पर जोर-जोर से चुम्बन करने लगा साथ ही उसके कान के पीछे भी अपनी कामुकता से भरी गर्म सांसें छोड़ने लगा।

दोस्तो.. आपको बता दूँ.. लड़की हो या भाभी या आंटी.. अगर जल्दी गर्म करना है.. तो उसके कान के पीछे के गर्दन वाले हिस्से को चूसो और चूमो.. कोई भी हो.. वो जल्दी ही गर्म हो जाएगी।

मैं सोनी की गर्दन और उसके कान के पीछे के हिस्से को जोर-जोर से चूसने और चाटने लगा.. साथ-साथ अपने हाथ को उसके पूरे गदराए हुए जिस्म पर चला रहा था.. उसकी सिसकारियाँ.. अब धीरे-धीरे से तेज हो रही थीं। अब मैंने सोनी के चूचों को जोर-जोर से जैसे ही चूसना शुरू किया.. सोनी की सिस्कारियाँ जोर-जोर से लेने लगी और लंबी-लंबी साँस लेने लगी ‘आआअ.. ह्हह्हाआ ऊऊओह्ह ह्हह्ह.. ह्ह्ह्ह्हम्म म्मम्म.. ह्ह्हाआम्म्म म्मम्म ऊईह्ह ह्ह्ह..’

उसका हाथ मेरे लोअर पर मेरे लंड को सहला रहा था।

अब मैंने देर ना करते हुए उसकी जींस को भी उतार दिया और देखा कि उसने काली पैंटी पहनी हुई है। मैंने उसकी पैंटी भी उतार दी.. क्योंकि ज्यादा टाइम नहीं था। अब मैंने सोनी को नीचे बैठा दिया और लंड उसके मुँह में डाल दिया और सोनी ने लंड को जोर-जोर से चाटना शुरू कर दिया वो मेरे लौड़े को गपागप चूस रही थी।

दो मिनट सोनी ने मेरा लंड को चूसा और गीला कर दिया। अब मैं सोनी को अपनी गोद में उठा कर अपने कमरे में ले गया और उसको बिस्तर पर लेटा दिया, मैंने अपने सारे कपड़े उतार दिए और अपना लौड़ा हिलाता हुआ उसकी दोनों टाँगों के बीच में आ गया। यह कहानी आप अन्तर्वासना डॉट कॉम पर पढ़ रहे हैं !

उसकी चूत तो पहले से ही बहुत गीली थी.. तो मैंने साफ़ करके उसकी चूत को चाटना चालू किया। जैसे ही मैंने सोनी की चूत पर अपनी जीभ लगाई.. सोनी मचल उठी ‘आआआ आअह्हह..’ मैं उसकी चूत को जोर-जोर से चूसने लगा और उसके दाने को अपनी दो उंगली से रगड़ने लगा।

‘आआह्ह्ह ऊऊह्ह्ह ह्ह्ह्ह.. और करो जान और जोर-जोर से यश.. जोर-जोर से करो..’ मैं भी जोर-जोर से उसकी चूत को चाट रहा था। करीब 3 मिनट उसकी चूत को चाटा और अब देखा कि सोनी बहुत गरम हो गई है।

मैंने कंडोम लगा लिया पर मैंने देखा कि शायद कन्डोम पर चिकनाहट कुछ कम सी है तो मैंने सोनी की चूत के ऊपर और अन्दर भी वैसलीन लगा दी और थोड़ी कंडोम पर भी लगा ली। फिर मैंने सोनी की चूत के छेद पर अपना लंड रखा और जोर से एक धक्का मारा.. सोनी जोर से चीख पड़ी ‘आआऊ ऊऊऊऊ.. ओह्ह्ह ह्ह्ह.. मर गई.. बाहर निकालो इसे..’

मेरा आधा लंड अन्दर जा चुका था। मैं उसके होंठों को चूसने लगा और साथ ही मैं उसके एक चूचे को हाथ से दबा रहा था।

कुछ ही पलों में देखा कि वो थोड़ी ठीक हुई.. तो मैंने लंड को हल्का सा बाहर निकाला और पूरे दम से धक्का मारा। सोनी की चीख फिर से बहुत जोर से निकली ‘आआआ.. ह्ह्ह्ह ह्ह्ह..’ वो रो रही थी और मेरा लंड पूरा अन्दर जा चुका था।

सोनी को अब थोड़ी देर हो गई थी.. अब वो अपनी गाण्ड हिला रही थी.. इससे मुझे भी पता चल गया कि अब इसे मजा आ रहा है.. तो मैंने भी लंड को अन्दर-बाहर करना चालू कर दिया और फिर थोड़ी ही देर में मैंने स्पीड बढ़ा दी और जोर-जोर से सोनी की चूत की चुदाई करने लगा।

सोनी फुल मस्ती में थी और बोल रही थी- यश.. ऊऊऊऊऊओ.. चोदो और चोदो ह्ह्ह्ह हह्म्म म्म्मन.. ऊओह्ह म्मम्म म्मम्म.. मैं भी सोनी की चुदाई फुल स्पीड में कर रहा था। मैंने सोनी की एक टांग अपने कंधे पर रख कर उसकी चुदाई जारी रखी.. सोनी की मदमस्त आवाजें मेरा जोश बाधा रही थी ‘आआह्हह ऊओह्ह.. और चोदो.. ऊऊ.. ओइह्ह.. और जोर से.. आह्ह्ह..’

ये सब होते हुए 20 मिनट हो गए थे, टाइम ज्यादा नहीं था तो मैंने सोनी को उठाया और उसको घोड़ी बना दिया। मैंने महसूस किया कि कंडोम बहुत गीला हो गया था तो इसलिए मैंने दूसरा कंडोम लगा लिया। वैसलीन को उसकी चूत पर फिर से लगाई और कंडोम पर भी मली और उसकी चूत में लण्ड को पेल दिया।

अब जो जोर-जोर से उसकी चुदाई की.. तो समझो उसकी चूत का बाजा बज गया। मैं जब-जब उसको धक्का देता तो उसके चूचे आम की तरह लटकते हुए लग रहे थे.. जब हिलते तो बहुत मजा आता। अब सोनी बोली- आह्ह.. जान मैं आने वाली हूँ..

मैं अपनी फुल स्पीड में सोनी को चोदता रहा और सोनी और मेरी आवाज से पूरा कमर गूंज रहा था। सोनी एक बार जोर से तड़फी- आआह्ह्ह.. म्म्म.. ह्ह्ह ह्ह्ह्ह.. यश.. मेरा पानी निकलने वाला है।

मैं जोर-जोर से उसको चोद रहा था.. इतने में सोनी का पानी निकल गया और वो शांत हो गई.. पर मेरा पानी अभी नहीं निकल था.. तो मैं तो सोनी की चुदाई करता रहा। करीब सोनी के झड़ने के दो मिनट बाद मेरा सारा पानी भी कंडोम के अन्दर ही निकाल दिया।

हम दोनों ही एक-दूसरे से चिपक गए और मैं सोनी को चुम्बन कर रहा था और सोनी मुझे चूम रही थी।

अब घड़ी में देखा तो 10:40 हो रहे थे तो मैं बोला- बेबी आज रात में आना 12:30 बजे में छत पर ही तेरा वेट करूँगा। फिर मेरा इतना कहते ही सोनी ने ‘हाँ’ की और उठ कर अपने कपड़े पहने।

सोनी कपड़े पहन रही थी.. तभी मैंने पिंकी को कॉल किया- हैलो जान.. दरवाजा खोलना नीचे का..

मैं यह कह रहा ही रहा था कि सोनी ने मुझे एक लिप किस किया और चली गई.. इधर चूंकि कॉल अभी कटी नहीं थी.. तो मैंने पिंकी से बोला- आज तुम कोई बहाना बना कर नीचे ही सो जाना.. सोनी को ऊपर सोने देना।

चूंकि पिंकी ने किस की आवाज सुन ली थी तो वो बोली- ओह्ह्ह.. तो ये बात है.. आप तो हम दोनों से ही मजे ले रहे हो। मैं हँस दिया तो पिंकी फिर से बोली- चलो जी.. आपका हुक्म है.. मना कैसे कर सकते हैं। मैंने कहा- एक काम करो न.. तुम ही आ जाओ न.. पिंकी बोली- मैं.. ना बाबा ना.. आज तो हिम्मत भी नहीं हो रही है। मैंने कहा- आपकी मर्जी है जी..

फिर पिंकी ने गुडनाईट कहते हुए एक लम्बा सा चुम्बन किया और कॉल काट दी।

दोस्तो, आगे मैंने कैसे सोनी को पूरी रात चोदा.. अगले भाग में आपको बताऊँगा। यह भाग कैसा लगा जरूर बताना, मेल जरूर करें। आपका लोगों का प्यारा दोस्त यश हॉटशॉट [email protected]

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