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टीटू हैलो दोस्तो, आज मैं आपको एक सच्ची घटना बताने जा रहा हूँ, जो मेरे साथ कुछ महीने पहले हुई है। मेरा नाम…! अजी छोड़िए नाम में क्या रखा हैं.. सीधे कहानी पर आता हूँ।
यह कहानी मेरे और मेरी आंटी की है। मेरी उम्र 25 साल है और मेरी आंटी की उम्र 39 साल है। मेरी आंटी सांवले रंग की पतली सुतवां नाक, बड़े-बड़े दूध के गोले और बड़े से कूल्हों वाली एक मस्त औरत हैं, जिसे मैं सेक्स की देवी कहता हूँ क्यूंकि वो इतनी सेक्सी हैं कि जो भी उन्हें देखेगा उसका लंड खड़ा हो जाएगा और ऐसा मन करेगा कि इसकी रात भर बजाओ और रात भर बजाने के बाद भी लण्ड सबेरे भी बोलेगा और बजाओ साली को… इतनी सेक्सी हैं यारों..!
बचपन से ही मैं और आंटी बहुत क्लोज़ रहे हैं। हम एक-दूसरे के साथ हर तरह की बात करते हैं। मेरी आंटी के दो छोटे बच्चे हैं। मैं अपनी आंटी को 18 साल की उम्र से ही बजाना चाहता था, पर मौका 25 साल की उम्र में मिला।
हुआ यूँ कि एक बार अंकल को शादी में जाना था, पर आंटी का मूड नहीं था, तो वो बच्चे के साथ रुक गईं।
अंकल ने मुझसे कहा था कि तू अपनी आंटी का ख्याल रखना और रात को उनके पास सोने चला जाना।
मैं रात को सोने के लिए आंटी के पास चला गया। हमने 10.30 बजे तक टीवी देखा, फिर मैं सामने के रूम में सोने के लिए जाने लगा।
तो आंटी ने मुझसे कहा- तू यहा क्यूँ सो रहा है… चल आ हम बेडरूम में साथ में सोएंगे, वैसे भी मुझे नींद नहीं आ रही बात भी करेंगे!
मैं चला गया और जाकर बेडरूम में लेट गया।
आंटी ने कहा- मैं साड़ी बदल कर आती हूँ!
आंटी आईं गाउन पहन कर… उनको देखते ही मेरा लंड खड़ा हो गया। उनके बड़े-बड़े दूध के गोले, मोटे कूल्हे.. खुले बाल और कातिल हँसी.. मुझे पागल कर रहे थे!
मेरा लंड खड़ा हो गया था, दिल कर रहा था कि अभी घुसा दूँ अपना लंड उनके मुँह में और कहूँ कि चूस साली कुतिया.. चूस मेरा लंड..! और आंटी की चूत रात भर इतनी बजाऊँ कि अगले दिन चल भी ना पाए।
फिर आंटी लाइट बंद करके बिस्तर पर आ गईं, हम दोनों बात करने लगे।
आंटी ने पूछा- कॉलेज में कोई तितली फंसाई या नहीं?
मैंने कहा- आप तो मुझे जानती हैं मुझे इन सबमें कोई रुचि नहीं है!
मैंने आंटी से पूछा- क्या शादी के बाद मज़ा आता है?
तो आंटी बोली- यह तो किस्मत पर डिपेंड करता है!
मैंने कहा- किस्मत पे कैसे?
उन्होंने कहा- अगर शादी बड़े लंड वाले से हो गई तो मज़ा और अगर छोटे लंड वाले से हो गई तो सज़ा..!
मैंने आंटी से पूछा- तो आपको मज़ा आया या सज़ा मिली?
आंटी ने मुझे गुस्से से कहा- चुपचाप सो जा.. बहुत सवाल पूछता है!
मैं सो गया, अगले दिन सुबह आंटी ने मुझे ‘सॉरी’ कहा और बताया- मैंने किसी और का गुस्सा तुम पर निकाल दिया.. तुम फ्रेश होकर आओ.. मैं सब बताती हूँ!
मैं फ्रेश होकर आया।
आंटी ने बताया- तुम तो जानते हो कि मैंने शादी से पहले कभी सेक्स नहीं किया था और शादी की रात जब पहली बार तुम्हारे अंकल के लंड को देखा तो डर गई.. क्या बड़ा है.. पर मेरी यह ग़लतफमी जल्द ही दूर हो गई।
शादी के कुछ दिनों के बाद जब तुम्हारे अंकल ने मुझे ब्लू-फिल्म दिखाई तो मुझे पता चला कि तेरे अंकल का तो लंड सबसे छोटे लंड की श्रेणी में आता है। फिर मैंने सोचा कि सेक्स के बारे में जानकारी हासिल करूँगी!
मैंने एक दिन अपनी पड़ोसन से पूछा कि तुम्हारे पति का कितना बड़ा है तो उसने मुझे बताया कि उनका 5.5 इंच का है, मैंने पूछा कि मज़ा तो आता होगा, उसने कहा मत पूछ यार मैं..! उस दिन से ही ये जानना चाहती हूँ कि बड़े लण्ड से कैसा लगता होगा।
मैंने आंटी से पूछा- अंकल का कितना बड़ा है?
तो उन्होंने कहा- सब कुल मिला कर 3.5 इंच का है..!
यह बता कर वे मेरे गले लग गईं, मेरा तो लंड खड़ा हो गया, मन किया कि अभी बजा डालूँ, पर क्या करता!
मैंने एक तरकीब सोची, उस रात को हम जल्दी सो गए और सुबह मैं उनसे पहले जाग गया। फिर मैंने अपने लंड को हिला-हिला कर खड़ा कर दिया और मेरा लंड 7 इंच का खड़ा हो गया और चुपचाप नंगा लेट गया।
आंटी उठी, तो मेरे लंड को देख कर बोली- हाए राम कितना बड़ा है… इसकी बीवी तो हमेशा मज़े करेगी!
वे बड़ी अभिलाषा से देखने लगीं, मैं बिल्कुल चुप आँख बंद करके उनकी बात सुन रहा था।
आंटी से रहा नहीं गया और उन्होंने मेरे लंड को पकड़ लिया। उनके छूते ही मुझे एक करेंट सा लगा, फिर वो मेरे सुपारे के ऊपर की खाल को ऊपर-नीचे करने लगीं और बोलीं- हे राम.. इसकी तो सील भी नहीं टूटी है!
मैं जाग गया, मुझे देखते ही आंटी बिना बोले भाग गईं।
मैं भी वहाँ से भाग गया और घर आ गया।
रात को 9.30 बजे आंटी का फोन आया- तुम सोने क्यूँ नहीं आए अब तक?
मैंने कहा- आ रहा हूँ!
फिर मैं गया, आज तो आंटी बहुत कामुक लग रही थीं। उन्होंने जानबूझ कर पारदर्शी गाउन पहना था और ब्रा नहीं पहनी थी जिससे उनके गोले बिल्कुल उभरे हुए लग रहे थे, मेरा तो देख कर ही खड़ा हो गया।
हम लोग बेडरूम में जाकर लेट गए और बात करने लगे।
आंटी ने पूछा- मेरा एक काम करोगे.. मुझे एक बार देखना है कि बड़े लंड का झटका कैसा होता है?
मेरी तो मुराद पूरी हो गई थी समझो.. मैंने कहा- मेरी तो सील भी नहीं टूटी है!
आंटी ने कहा- मैं सब कर दूँगी और तुम्हें पता भी नहीं चलेगा..!
उन्होंने मेरे हाथ को पकड़ कर अपने दूध के गोलों के ऊपर रख दिया, मैंने जैसे ही उनके गोलों को दबाया, उनकी ‘आह’ निकल गई। मैंने उनकी ब्रा को खोल दिया और उनके गोलों को चूसने लगा।
उन्होंने मेरे सारे कपड़े निकाल दिए और मेरे लंड को देखने लगीं। मैंने उनकी पैन्टी उतार दी और उनकी गुफा देखकर बोला- वाह क्या गुफा है..!
आंटी ने कहा- क्या नाग है.. घुसा दो मेरी गुफा में..!
आंटी ने कहा- मेरी गुफा को चाट कर चिकना बना दो ताकि नाग आसानी से घुस जाए!
मैंने चाट कर गुफा को चिकना बना दिया। आंटी ने मेरे लंड को मुँह में लिया और चूसा और कहा- सील टूटने के बाद तुम्हें और भी मज़ा आएगा.. और मुझे भी..!
आंटी ने कहा- मेरी गुफा में लंड घुसा दो और याद रखना जब तक माल ना गिरे ठोकते जाना..!
मैंने कहा- ठीक है।
उन्होंने कहा- ठोकते वक़्त मेरी आँखों में देखते रहना।
मैंने अपना लंड आंटी की गुफा में घुसा दिया और आंटी चिल्ला उठी- आ..उई..हय..राम… गई..उई..माई.. आ..उई…इस…इस्स..!
मैंने तुरंत लंड बाहर निकाल लिया।
आंटी ने कहा- लंड बाहर क्यूँ निकाला?
मैंने कहा- आपको दर्द हो रहा है.. इसलिए..!
उन्होंने कहा- जितना दर्द होगा, उतना ही मज़ा आएगा… अब जब तक माल ना निकले मेरी आँखों में देखते हुए ठोकते रहो..!
मैंने ठोकना शुरू किया और आंटी कहने लगी- फाड़ दे गुफा को… मार कस के मार..उई… एस…हय राम… मज़ा आ गया उई… मार मुझे मार..दे कस के पेल..उई..!
कुछ देर बाद चोदने के बाद में मेरा माल गिर गया। मैंने अपने लंड को गुफा में ही रहने दिया और आंटी के ऊपर लेट गया।
थोड़ी देर बाद जब लंड आंटी की गुफा से बाहर निकाला तो लगा जैसे कुछ जलन सी हो रही है। देखा तो मेरी सील टूट चुकी थी। मैं खुश हो गया।
आंटी भी मेरी टूटी सील देख कर खुश हो गईं और कहा- अब और मज़ा आएगा..! उन्होंने मेरे लंड को मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया। मेरे सुपारे के पीछे के भाग को जैसे ही आंटी ने जीभ से चूसा मुझे ऐसा लगा इससे अच्छी चीज़ दुनिया में कोई नहीं है।
अब आंटी ने कहा- तू लेट जा, मैं तेरे लंड पर सवारी करूँगी..!
मैं लेट गया, आंटी मेरे लंड पर बैठ कर कूदने लगी, मुझे भी मज़ा आ रहा था कुछ देर तक ऐसे ही कूदने के बाद उन्होंने कहा- आज मुझे इतना मज़ा आ रहा है कि क्या कहूँ..!
मैंने कहा- मुझे भी मजा आ रहा है।
उस दिन मैंने आंटी को खूब बजाया और अगले दिन जब अंकल आए तो अंकल ने आंटी से पूछा- तुम लंगड़ा कर क्यूँ चल रही हो?
तो आंटी ने कहा- कल ठोकर लग कर गिर गई थी!
और मुझे देखकर हँसने लगीं।
इसके बाद हमें जब भी मौका मिलता, हम खूब सेक्स करते आंटी की गांड की चुदाई कैसे की.. यह अगली बार बताऊँगा। मुझे ईमेल करना। [email protected]
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