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नमस्कार दोस्तो, मेरा नाम प्रशांत जैन है, मैं जमशेदपुर झारखंड का रहने वाला हूं. मैंने अंतर्वासना पर बहुत सारी कहानियां पढ़ी हैं और कहानियां पढ़कर कई बार लंड हिलाया भी है. मेरी ऊंचाई 5 फुट 9 इंच है और मेरे लंड की लंबाई भी काफी अच्छी है. मैं ऐसा कोई भी दावा नहीं करूंगा कि मेरा लंड 10-11 इंच लंबा है. हां पर इतना कहूंगा आज तक जिसे भी चोदा है उसे संतुष्ट किया है.
मुझे शुरु से ही आंटी और भाभियों को चोदना पसंद है, आज मैं आप को अपनी गर्लफ्रेंड की मां की चुदाई के बारे में बताऊंगा.
बात करीब डेढ़ साल पहले की है, मैं जहां ट्यूशन पढ़ने जाता था वहां मैंने नेहा नाम की एक लड़की को पटाया. बहुत गजब की माल है वो… 34 30 32 का फिगर है उसका. वह लड़की मेरे घर के नजदीक में ही रहती है, हमारे बीच कई बार चुम्मा-चाटी हुई है. मैंने उसकी चूचियां भी दबाई हैं पर बस ऊपर ऊपर से ही… कभी चुदाई का मौका नहीं मिला.
नेहा का घर मेरे घर के पास ही है तो हमारा एक दूसरे के घर पर आना जाना था. नेहा की मम्मी का नाम जागृति है, जागृति आंटी थोड़ी मोटी थी पर बहुत सेक्सी थी मोटी होने के कारण उसकी चूचियां और गांड भी बहुत बड़ी थी.
एक दिन मैं घर पर अकेला था, पापा तो सुबह दुकान चले जाते थे और रात को 9-10 बजे ही घर पर आते थे. उस दिन मम्मी मेरे मामा के यहां गई हुई थी, तो मैंने लैपटॉप निकालना और एडल्ट मूवी देखने लगा. मैंने बस पोर्न मूवी स्टार्ट ही की थी कि घर की घंटी बजी, मुझे मन ही मन बहुत गुस्सा आया कि साला कौन है जो ढंग से चुदाई की वीडियो भी नहीं देखने दे रहा. फिर मैंने गेट खोला तो जागृति आंटी आई थी. मैंने कहा- अरे आंटी जी आप… आइए आइए, अंदर आइए…
आंटी अंदर आई, उन्होंने पूछा- तुम्हारी मम्मी कहां हैं? मैंने कहा- मम्मी तो मामा के घर पर गई हैं, कल दोपहर तक आएंगी. उन्होंने कहा- मुझे एक कप चीनी चाहिए थी, क्या तुम्हें पता है कि कहाँ रखी है? तो मैंने कहा- हां, मैं चीनी देता हूं.
मैं किचन में चीनी लेने गया, चीनी कहां रखी रहती है, यह पता तो नहीं था मुझे तो चीनी खोजने में थोड़ी देर हो गई. मैं जब वापस रूम पर आया तो मैंने देखा कि जागृति आंटी मेरे लैपटॉप पर पोर्न देख रही है जो गलती से मैं चालू छोड़कर ही चला गया था.
मैं करीब 5 मिनट तक आंटी के पीछे खड़ा रहा पर वह पोर्न देखने में इतनी मशगूल थी कि उन्हें मेरे आने का पता ही नहीं चला. फिर मैंने उनके कंधे पर हाथ रखा और कहा- आंटी चीनी! आंटी सकपका गई, उन्होंने कहा- यह क्या देखते हो तुम? तुम्हारी मम्मी को कंप्लेन करनी पड़ेगी.
मैंने कहा- नहीं आंटी, मैं यह सब रोज नहीं देखता हूं. पर आज घर पर कोई नहीं था तो सोचा देख लेता हूं, सॉरी प्लीज मुझे माफ कर दो. आंटी ने कहा- ठीक है बेटा, कोई बात नहीं… पर इसकी आदत मत डालना और तुम्हारी तो शादी नहीं हुई तुम यह सब देखकर क्या करते हो? तुम यह सब मत देखा करो, वरना गलत रास्ते पर चले जाओगे. मेरा डर थोड़ा कम हुआ और मैंने हंसते हुए कहा- आंटी, देख कर क्या करूंगा, बस हाथ का काम कर लेता हूं. आंटी ने कहा- देखो बेटा, तुम मेरे बेटे जैसे हो इसलिए तुम्हें समझा रही हूं, हस्तमैथुन मत किया करो. और अगर करो भी तो बहुत कम… यह सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है.
मैंने कहा- आंटी, तो और क्या करूं? सेक्स की बहुत इच्छा होती है. और मेरी कोई गर्लफ्रेंड भी नहीं है जिसके साथ कर सकूं… इसलिए हस्तमैथुन कर लेता हूं. आंटी ने कहा- ठीक है ठीक है… अब इस तरह की बातें मत करो, मैं तुम्हारी आंटी हूं.
मैंने कहा- अच्छा आंटी, क्या आपने आज से पहले कभी सेक्स वीडियो देखी है? आंटी थोड़ा सा गुस्सा हुई और उन्होंने कहा- तुम्हें इससे क्या मतलब? मैं जा रही हूं… मैंने कहा- अरे नहीं नहीं आंटी, ऐसे जाइए मत… ठीक है कोई बात नहीं मैं नहीं पूछूंगा सॉरी.
आंटी ने कहा- सॉरी की कोई बात नहीं है, हां मैंने बहुत बार देखा है, नेहा के पापा मुझे बहुत बार पोर्न दिखाने के लिए सीडी लाते हैं घर पर. मैंने कहा- आंटी, फिर पोर्न देख कर आप लोग क्या करते हो? आंटी ने कहा- क्या करेंगे… वही जो हस्बैंड वाइफ करते हैं.
आंटी के हाव भाव से लग रहा था कि पोर्न मूवी देख कर वे भी गर्म हो चुकी थी, शायद उन्हें लंड की जरूरत थी. मैंने कहा- आंटी, मुझे भी वो करना है जो हस्बैंड वाइफ करते हैं. तो आंटी ने कहा- हां तो शादी कर लो, फिर जो मर्जी करो तुम्हें कौन रोकेगा.
मैंने आंटी का हाथ पकड़ लिया और कहा- आंटी, मैं अपनी वाइफ के साथ कैसे सेक्स करूंगा और उसे कैसे खुश करूंगा, मुझे कुछ नहीं आता है. प्लीज आप मुझे सेक्स करना सिखा दो. आंटी ने मेरा हाथ झटक दिया और कहा- पागल हो क्या? मैं तुम्हारे साथ यह सब कैसे कर सकती हूं? तुम मेरे बेटे की उम्र के हो और मैं अपने पति के साथ सेक्स में पूरी तरह संतुष्ट हूं तो मैं उन्हें धोखा देकर किसी और के साथ यह सब नहीं कर सकती.
मैंने आंटी की कमर में हाथ डाल कर उन्हें कसकर पकड़ लिया, मैंने कहा- आंटी, बस आज मुझे कर लेने दो, मैं फिर कभी नहीं कहूंगा, प्लीज मेरी आंटी प्लीज़. आंटी ने कहा- प्रशांत, पागल मत बनो, छोड़ो मुझे… मुझे जाने दो..
मैं आंटी के गालों को चूमने लगा मैंने कहा- नहीं आंटी, मत जाओ प्लीज़, मत जाओ! मैं आपसे बहुत प्यार करता हूं, मैं आपको बहुत सारा प्यार करूंगा. रुको ना. आंटी कुछ कहने ही वाली थी, इससे पहले मैंने उनके होंठ पर अपने होंठ रख दिए और उन्हें कसकर पकड़ लिया, उनके होंठ चूसने लगा.
आंटी मेरा साथ नहीं दे रही थी, मुझसे छूटने की कोशिश कर रही थी. मैंने उन्हें नहीं छोड़ा, मैं उनके होंठ चूस रहा था और उनकी चूचियां भी दबाने लगा. करीब 3-4 मिनट तक आंटी ने मुझसे छूटने की कोशिश की पर मेरे लगातार होंठ चूसने चूचियां दबाने से शायद आंटी गर्म हो रही थी तो उन्होंने मेरा साथ देना तो शुरू नहीं किया पर विरोध बंद कर दिया.
मैंने उनके होंठ चूसने बंद किए तो आंटी ने सर झुका कर कहा- प्रशांत, यह सब गलत हो रहा है, मैं अपने पति से पूरी तरह खुश हूं, फिर मैं उन्हें धोखा नहीं दे सकती. मैंने कहा- आंटी, मुझे बस आज आपको चोदना है, एक बार चोद लेने दो, फिर मैं कभी आपसे नहीं कहूंगा. प्लीज आंटी, बस एक बार चुदवा लो ना मुझसे!
आंटी ने कुछ नहीं कहा तो मैंने इसे ग्रीन सिग्नल समझकर आंटी को कस के गले लगा लिया. प्रतिक्रिया में आंटी ने भी मुझे गले लगा लिया, मैं मन ही मन बहुत खुश हुआ, मैंने आंटी को गिरा दिया और उनके ऊपर चढ़ गया सूट के ऊपर से ही उनकी चूची दबाने लगा. आंटी धीरे से बोली- प्रशांत, यह सब सही नहीं हो रहा है, बस आज कर लो, फिर कभी हम यह सब नहीं करेंगे.
मैंने कुछ नहीं कहा और फिर आंटी के होंठ चूसने लगा.
मैंने धीरे से आंटी का शर्ट ऊपर किया और सलवार का नाड़ा खींचा, जिससे नाड़ा खुल गया और सलवार ढीली हो गई. मैंने सलवार के अंदर हाथ डाला तो देखा आंटी की चूत गीली हो गई थी, उनकी पैंटी पूरी तरह से गीली हो चुकी थी.
आंटी ने मेरा हाथ पकड़ लिया और हटाना चाहा पर मैंने हाथ नहीं हटाया, पेंटी के ऊपर से चूत सहलाने लगा. आंटी को भी मजा आने लगा और उन्होंने मेरा हाथ छोड़ दिया और वापस मुझसे लिपट गई. मैंने आंटी का कुर्ता खोला, उन्होंने अंदर ब्रा नहीं पहनी थी, उनकी बड़ी बड़ी चूचियां देखकर मैं पागल हो गया. मैं एक चूची दबाने लगा और एक मुंह में लेकर चूसने लगा. आंटी ने मेरा सर पकड़ लिया और प्यार से मेरे बालों को सहलाते हुए बोली- ओह ह प्रशांत! यह सब करना जरूरी है क्या बस जल्दी से जो करना है कर के चोद दे..
मैंने कहा- जागृति आंटी, मैं अपनी जिंदगी में पहली बार चुदाई कर रहा हूं, मुझे पूरे मजे लेकर चुदाई करनी है, मैं आज आपको बहुत चोदूंगा, चोद चोद के आपकी चूत फाड़ दूंगा. आंटी ने कुछ नहीं कहा, वे शर्मा कर मुझसे लिपट गई.
मैंने आंटी की सलवार उतारी, उन्होंने अपने चूतड़ उठाकर सलवार उतारने में मेरी मदद की. मैंने आंटी की पैंटी भी उतार दी, उनकी चूत पर हल्के हल्के बाल थे.
मैं आंटी की चूत जोर जोर से सहलाने लगा. मैंने उनकी चूत में जैसे ही एक उंगली घुसाई, आंटी बोल पड़ी- प्रशांत… आह… मैंने आंटी का हाथ ले जाकर अपने लंड पर रख दिया. आंटी ने जींस के ऊपर से ही मेरे लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी. मैंने धीरे से आंटी के कान में कहा- आंटी आप पूरी नंगी हो गई हो, मुझे भी नंगा कर दो ना.
आंटी उठी, उन्होंने मेरा टीशर्ट और बनियान उतार दिया, फिर उन्होंने मेरी जींस का बटन खोला, जींस उतार दी, अब मैं सिर्फ अंडरवियर में आंटी के सामने था. अंडरवियर से मेरा खड़ा लंड स्पष्ट दिखाई दे रहा था. मैंने आंटी से कहा- आंटी, इसे भी उतार दो और मेरे लंड को अपने मुलायम हाथों में पकड़ लो ना!
आंटी ने शरमाते हुए नजरें झुका ली और मेरा अंडरवियर उतारकर लंड हाथों में लेकर सहलाने लगी. मैंने कहा- आंटी, क्या कभी आपने अपने पति का लंड चूसा है? आंटी बोली- हां, उन्हें चुसवाना बहुत पसंद है, लगभग हर रात को मैं उनका लौड़ा चूसती ही हूं. मैंने कहा- आंटी, मेरा भी लंड चूस दो ना…
आंटी ने मेरा लंड मुंह में लिया और उसे चूसने लगी. मुझे स्वर्ग की अनुभूति हो रही थी. आंटी कभी मेरा लंड चूसती, कभी अपनी जीभ से चाटने कभी जोर जोर से हिलाने लगती. मैंने आंटी को धकेल कर बिस्तर पर गिरा दिया, मैं आंटी के ऊपर आ गया, उनके होठों पर किस करने लगा, उनकी चूचियां दबाने लगा. फिर मैं नीचे चूत पर हाथ रखकर सहलाने लगा. आंटी धीरे से मेरे कान में बोली- प्रशांत डाल दे अब… बर्दाश्त नहीं हो रहा…
मैं आंटी के ऊपर आ गया, मैंने अपना लंड उनकी चूत में रखा और झटका दिया पर मेरा लंड फिसल गया, अंदर नहीं घुसा. आंटी ने मेरा लंड पकड़ कर अपनी चूत के छेद पर सेट किया और इशारे से कहा- घुसा… मैंने चूत के छेद पर धक्का मारा तो किसी अधिक कठिनाई के बिना मेरा लंड उनकी चूत में घुस गया.
उन्होंने मुझे कसकर पकड़ लिया मैं भी उनसे लिपट गया.. जब मेरा लंड जागृति आंटी की चूत में घुसा तो मुझे इतना आनंद आया जितना आनंद मुझे अपने जीवन में कभी नहीं आया था. मैं उस आनंद को कभी नहीं भूल सकता हूं. आप सभी पुरुष एवं महिला मित्र जिन्होंने लंड और चूत का स्वाद चखा है वे सभी जानते होंगे कि पहली बार लंड चूत में घुसने का क्या आनंद होता है.
अब मैंने आंटी को चोदना शुरू किया, लंड की चूत में अंदर बाहर करना शुरू किया, मेरा पहली बार था, मैं अभी आंटी को धीरे-धीरे चोद रहा था, पूरे कमरे में फच फच की आवाज गूंज रही थी. आंटी मुझसे कह रही थी- प्रशांत, मैंने पहली बार पराया लंड अपनी चूत में लिया है! चोद दे मुझे कस के! चोद मुझे उम्म्ह… अहह… हय… याह… इईईई आह्ह हहह चोद ना… मैं लगातार उन्हें चोदे जा रहा था.
धीरे धीरे मेरी रफ़्तार भी मैंने बढ़ा दी, मैं आंटी को पूरे जोर के साथ चोद रहा था, पूरे कमरे में फच फच थप थप की आवाज में गूंज रही थी, साथ ही आंटी की सिसकारियां भी गूंज रही थी. आंटी कह रही थी- आह्ह प्रशांत, मैंने पहली बार पराया लंड लिया है, मेरी चूत को चोद दे… तू चोद मुझे… पूरी संतुष्ट कर दे… चोद दे उम्म्म आह्ह्ह… मैं भी कहने लगा- हां आंटी, मुझे भी आपकी चूत चोद कर बहुत मजा आ रहा है. रोज मेरे पास आना इसी तरह मेरे लोड़े से अपनी चूत को चुदवाने! आंटी रोज मेरे पास आ जाना, मैं आपको बहुत चोदूंगा, आपकी चूत का भोसड़ा बना दूंगा…
आंटी बोली- हां प्रशांत, चोद मुझे, और जोर से चोद… आह्ह्ह्ह प्रशांत, अपनी आंटी की चूत का भोसड़ा बना! उम्म्म आह्ह ऊईई आह्हह प्रशांत और चोद… बना दे मेरी चूत का भोसड़ा… चोद दे आह्ह आह्ह! मैंने आंटी से कहा- आंटी, घोड़ी बनो, मुझे तुम्हें घोड़ी बनाकर चोदना है.
आंटी झट से घोड़ी बनी, मैं उनके पीछे से मैंने अपना लंड उनकी चूत में एक फच्च की आवाज के साथ घुसा दिया. मैं आंटी को घोड़ी बनाकर चोद रहा था, मेरी जांघ उनके चूतड़ों से टकराकर थप थप की आवाजें कर रही थी और लंड चूत में जोर जोर से अंदर बाहर होने के कारण फच फच की आवाजें कर रहा था. हम दोनों पूरे जोश में चुदाई कर रहे थे.
आंटी ने कहा- प्रशांत… आह्ह्ह्ह चोद… और जोर से चोद! मैं झड़ने वाली हूं… तू भी मेरे साथ झड़ जाना! उम्म्म पूरा दम लगा कर चोद… चोद दे मेरी चूत को तू! आह्ह्ह् ऊईईईई… प्रशांत बस मैं झड़ने वाली हूं.
मैं उन्हें पूरा दम लगा कर चोदने लगा, मैं भी बस झड़ने ही वाला था, मैं कस के उन्हें झटके मार रहा था कि तभी मेरे शरीर में अजीब सी सिहरन हुई, मैं उन्हें और जोर जोर से चोदने लगा और मेरे लंड ने 7-8 पिचकारी मारी, मैं आंटी की चूत में झड़ गया, मैं उनके ऊपर ही लेट गया, हम दोनों एक दूसरे से चिपक कर लेट गए.
हम दोनों एक दो मिनट तक हांफते रहे, एक दूसरे से कुछ भी बात कर नहीं सके. फिर मैंने उनके सर पर किस किया और कहा- आंटी बहुत मजा आ गया. आंटी शर्मा कर मुझसे लिपट गई और बोली- प्रशांत, मैं अपने पति को धोखा नहीं देना चाहती थी पर पोर्न मूवी देख कर मेरी चूत में आग लग गई थी और तुमने आज मुझे जो चोदा मुझे बहुत मजा आया है. पर मैं अपने पति को क्या मुंह दिखाऊंगी.
मैंने कहा- आंटी, आप दुखी मत हो. चूत की प्यास बुझाना कोई बुरी बात नहीं है. अगर आपको मेरे साथ चुदाई करके मजा नहीं आया तो अलग बात है. आंटी बोली- नहीं पगले, ऐसी कोई बात नहीं है. मुझे बहुत मजा आया! ऐसा कह कर उन्होंने मेरे गाल पर एक किस किया और मुझसे कस कर लिपट गई.
दोस्तो, यह थी मेरी और मेरी गर्लफ्रेंड की मां जागृति आंटी की चुदाई की कहानी! इस चुदाई के बाद अब तक मैंने और दो भाभियों और एक आंटी को भी चोदा है पर मेरी प्यारी गर्लफ्रेंड नेहा को अभी तक चोद नहीं पाया हूं, बस उसके होंठ चूम कर और चूचियां दबा कर ही संतोष कर लेता हूं. और जागृति आंटी की चुदाई आज भी चालू है.
पहली कहानी है मित्रो, अगर लिखने में कोई भूल हो तो क्षमा चाहता हूं. सभी पुरुष एवं महिला मित्रों के मेल के इंतजार में… [email protected]
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