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मेरा नाम आरती है, मैं अपनी एडल्ट स्टोरी बता रही हूँ. मैं सतना की रहने वाली हूं मेरी उम्र 22 वर्ष है मैं बी एस सी की पढ़ाई कर रही हूं. सब कहते हैं कि मैं बहुत खूबसूरत हूं मेरी साईज 26 कमर, 34 बूब्स, 36 हिप्स है। सभी मुझे देख कर बस मेरे साथ सेक्स करना चाहते हैं, सभी मोहल्ले के लोग, बाहर के लोग, रिश्तेदार सभी यहां तक कि मेरे पापा के सभी दोस्त और मेरे रियल चाचा भी!
मैंने अभी कुछ दिन पहले देखा कि मेरे चाचा मुझे नहाते हुए देख रहे थे, मैं सब समझ गई। एक दिन चाचा मेरे रूम में छुप कर मुझे कपड़े बदलने पर देख रहे थे कि अचानक मैंने परदा हटा दिया तो पीछे चाचा मुठ मार रहे थे उनका लंड बहुत बड़ा मोटा उनके हाथ में और मैं पूरी नंगी खड़ी थी, मैं घबरा गयी और वो भी घबरा गये. तभी चाचा मुझसे बोले कि प्लीज आरती किसी से मत बताना! और रूम से भाग गये. अगले दस दिन मुझे दिखे नहीं।
इसी बीच मुझे दो बार मेरे सपनों में चाचा ने बहुत चोदा. अब मैं जब भी सोचती. सिर्फ चाचा के बारे में… नेट में ब्लू फिल्म देखती तो चाचा का वो लंड आंखों के सामने आ जाता और मेरी चूत गीली हो जाती।
मेरी बुआ की लड़की की शादी में पूरा परिवार जा रहा था, दो गाड़ियां थी दोनों बड़ी थी, एक में सब लोग आ गये. मैं और मेरे चाचा का छोटा पांच साल का बेटा रोहित रह गया था, वो मेरे साथ ही रहता था, मम्मी ने मुझे बोला- तुम उस गाड़ी में जाकर बैठ जाओ, तुम्हारे चाचा उस गाड़ी से आयेंगे. वो गाड़ी सफ़ारी थी, मैं बैठ गई.
पापा मम्मी वाली गाड़ी आगे निकल गयी. जिस गाड़ी में मैं चाचा के बेटे को लेकर बैठी थी, पांच मिनट में चार लोग आकर उस में बैठ गये. वे चारों चाचा और पापा के दोस्त थे. तभी चाचा भी आए, मैं बीच वाली सीट में किनारे में बैठी थी चाचा मेरी तरफ आकर बैठ गए मुझे बोले- आरती थोड़ा खिसको! अब बीच वाली सीट में 4 लोग हो गए, दो लोग चाचा के दोस्त, मैं और चाचा… सभी सटे हुए बैठे थे. मुझे थोड़ा अजीब लग रहा था. मैं चाचा और उनके एक दोस्त के बीच में थी.
शाम को 6:00 बज रहे थे. जैसे ही कार चली, चाचा का हाथ मेरे मेरे कंधे से टच होने लगा, 20 मिनट बाद चाचा का हाथ धीरे से मेरी जांघों में आ गया, मैं कुछ ना बोली कि उनके दोस्त लोग क्या कहेंगे. थोड़ी देर बाद चाचा और उनके दोस्त चुटकुले सुनाने लगे और सब हंसने लगे इधर चाचा अपना हाथ मेरी जाघों में चलाने लगे, मैं ब्लैक कलर का सूट पहने थी, सलवार के उपर से ही चाचा मेरी जांघों के बीच में मेरी चूत में कपड़े के ऊपर से ही उंगली करने लगे. मेरा चेहरा लाल पड़ने लगा पर पर मैं कुछ नहीं बोल पाई, मेरी हालत तेजी से खराब होने लगी.
चाचा को लगा कि आरती का भी मन है, सच में मुझे कुछ होने लगा था. दूसरे बगल में जो एक अंकल मतलब चाचा के दोस्त बैठे थे, वे भी मुझ से सटे थे, उनको भी थोड़ी थोड़ी हरकत होने लगी थी, मुझसे पूछने लगे- आरती, कुछ परेशानी तो नहीं हो रही? मैं बोली- नहीं! अंकल बोले- तुम बहुत खूबसूरत दिख रही हो! मैंने बोला- थैंक्स!
इधर मेरे रियल चाचा मेरी सलवार का नाड़ा खोलने लगे, मैं हाथ पकड़ने की कोशिश की पर मुंह से कुछ ना बोल पाई. पर अब चाचा कहां मानने वाले थे, उन्होंने नाड़ा खोल दिया और अपना हाथ मेरी पैंटी के ऊपर ले जाकर बिल्कुल चूत में रख दिया और जोर से दबाने लगे मुंह से मेरे सिसकी निकल गई. तभी बगल वाले अंकल बोले- क्या हुआ आरती? मैं बोली- कुछ नहीं!
इतने में चाचा अब पैंटी के अन्दर हाथ डाल के मेरे चूत के बाल सहलाने लगे, इधर मैं अपना होश खोने लगी कि तभी चाचा अपने हाथ से मेरी चूत खोल कर उसमें अपनी उंगली चलाने लगे मैं एकदम से मदहोश सी होने लगी. लगभग दस मिनट में मेरी चूत बहुत गीली हो गई और अब मुझे कुछ नहीं याद कि क्या मैं करूं, क्या नहीं! कौन मेरी बगल से बैठा है और क्या ठीक है.
तभी चाचा ने अपनी उंगली मेरी चूत में जोर से घुसा दी, अपने आप मेरे मुंह से ‘ओहह…’ निकल गया. तभी चाचा के दोस्त जो बगल में बैठे थे, उनकी तरफ मेरा हाथ अपने आप चला गया और सहारे के लिए पकड़ा पर हाथ उनके पैंट की जिप में रखा गया और दब भी गया मुझसे! फिर क्या, वो अंकल मेरी तरफ देखने लगे और धीरे से कान में बोले- आरती बहुत मन है लगता है? तुम्हारी हालत बहुत खराब लग रही है, रुको मैं सब इतंजाम कर दूंगा, अपनी जिप खोल कर देता हूं शर्ट ऊपर कर देता हूं. और उन्होंने वैसा ही किया और मेरा हाथ पकड़ के अपने लन्ड को पकड़ा दिया, उसे उपर नीचे कराने लगे.
ओहह… अब उनका लन्ड बड़ा होने लगा और गर्म भी, मैं एकदम उत्तेजित हो गई. तभी वो अंकल अपना हाथ मेरी जांघों में ले आये, उनका हाथ चाचा के हाथ से टकरा गया क्योंकि चाचा पहले से चूत में उंगली डाल के अन्दर बाहर कर रहे थे. तभी अंकल बोले मेरे चाचा को- साले कमीने, पहले से कब्जा किया हुआ है। चाचा बोले- ग्राउंड मैंने ही तैयार किया है, सब मिल बांट कर खा लेंगे.
बाकी जो दो अंकल एक ड्राइवर के बगल से और एक हमारी सीट में ही किनारे में बैठे थे, दोनों बोले- कहां कब्जा कर लिया यारो? कुछ बताओ? तभी चाचा बोले- सिन्धु, रोहित सो गया या जग रहा है? रोहित आगे वाले अंकल की गोद में बैठा था! अंकल बोले- ये तो गाड़ी चलने के थोड़ी देर में ही सो गया था.
तब चाचा बोले- फिर तुम बचे हुए दोनों भी देख लो! और गाड़ी के अंदर की लाइट जला दी, मेरा कुर्ता हटा दिया. मेरा हाथ बगल वाले अंकल के लंड पर था, चाचा का हाथ मेरी चूत में उंगली डाली हुई थी. तभी वे दोनों अंकल बोले- तुम लोग बहुत पागल हो! बेचारी की हालत देखो, इसके नीचे चूत से रस बह रहा है और तुम लोग उसे तड़पा रहे हो? ये रस अनमोल है.
मैंने शर्म के मारे आंखें बंद कर ली थी.
तभी आगे वाले अंकल रोहित को आगे सीट में लिटा कर उठ आ गये और ड्राईवर को बोले- जो गाड़ी में हो रहा है, उसे भूल जाना और गाड़ी में ध्यान दो, एक्सीडेंट मत कर देना. उसने बोला- जी साहब! तभी अंकल ने बोला- बाद में तुम्हें भी कुछ ईनाम में मिल जाएगा. ड्राइवर बोला- धन्यवाद साहब!
इतने में आगे वाले अंकल पीछे को झुक कर सीधे मेरे होंठों को चूमने चाटने और चूसने लगे और किनारे वाले अंकल मेरे दोनों बूब्स को अपने हाथ से दबाने लगे. मेरी हालत अब खराब होने लगी पर मुझे लगा कि कुछ हो न जाए इसलिए बोली- अंकल, ये सब ठीक नहीं, आप लोग बहुत बड़े हैं, मैं आप लोगों से बहुत छोटी हूं, प्लीज छोड़ दीजिए। अंकल ने कहा- तुम बेवजह परेशान हो रही हो आरती, शायद तुम्हें डर लग रहा है कि हम चार लोग हैं, तुम्हारा डर अभी दूर करता हूं और अपना बड़ा सा स्मार्टफोन निकाला और तुरंत उसमें कुछ चालू किया और मुझे दिखाने लगे.
मैं शरमा रही थी पर अंकल ने बोला- आरती देखो! और फोन मेरे सामने कर दिया. उसमें एक फिल्म चल रही थी, एक लड़की थी जिसे करीब 6 लोग चोद रहे थे और वह बहुत इन्जवाय कर रही थी, मैं ऐसी कई फिल्में पहले भी देख चुकी थी पर आज देखते हुए मन में आग सी लग रही थी और बहुत ही ज्यादा मन करने लगा कि सब जल्दी मुझे भी ऐसे चोदें पर दिखाने को मना कर रही थी.
फिर मैं बोली- प्लीज मुझे छोड़ दो! तभी चाचा ने कहा- ज्यादा नाटक मत करो अब! इसकी यारो मत सुनो, साली को जम कर चोदो! ना जाने दूसरों के कितने लंड घुसवाये होंगे इसने!
“यार बोतल देना पीछे से!” उन्होंने दारू निकाली और पीने लगे दस मिनट के अंदर चारों ने दो दो पेग पी डाले. मुझे भी बोले- पी लो, बहुत मज़ा आयेगा! मैंने मना किया तो एक कोकाकोला की बोतल दी और बोले- इसे पीना पड़ेगा, लो ये कोल्ड ड्रिंक है पी लो! मैंने फिर भी मना किया तो बोतल मेरे मुंह में लगा दी.
मैं जब पीने लगी मुझे बहुत हार्ड लगा, मैं समझ गई कि इसमें भी कुछ है, फिर भी पीने लगी. करीब आधी बोतल खत्म हो गई, मुझे अब नशा चढ़ने लगा. तभी अंकल बोले- आरती, तुम बीच वाली सीट में लेट जाओ, बस पांच मिनट में जो करें करने देना, उसके बाद फिर अगर तुम कहोगी तो बिल्कुल छोड़ देंगे। मैंने हां में सर हिलाया तभी अंकल लोग मेरे सारे कपड़े एक एक करके उतारने लगे.
जैसे ही मेरा कुर्ता उतरा, सब पागल की तरह देखने लगे और बहुत गंदी बात बोलने लगे. नीचे का सलवार भी उतार दी अब मैं सिर्फ ब्रा और पैंटी में हो गई. चाचा बोले- आरती, तू तो पागल पन की हद तक सेक्सी है, मैं रोज तेरे नाम से तेरी पैंटी ब्रा को चूमने के बाद मुट्ठ मारता हूं, तेरा कपड़े बदलते और नहाते का चुपके से वीडियो बनाया, उसी को इन दोस्तों को दिया, सभी उसी को देख देख कर मुठ मारते और तुझे चोदने के लिए आज तक तड़पते रहे. सच बता कितने लोगों से चूत चुदवाई हो? ऐसे मस्त बूब्स और फूली चूत हम लोगों ने नहीं देखी.
तभी मेरे दोनों बूब्स जोर जोर से दो अंकल दबाने लगे और मेरे बूब्स को ब्रा से आजाद करके फिर और जम कर दबाने लगे और पेट चाटते हुए मेरी नाभि को चूम कर चाटने लगे.
तभी चाचा ने मेरी पैंटी खींच कर उतार दी और मेरी टांगें खोल कर अपना मुंह रख दिया मेरी चूत में और नाक से सूंघने लगे और बोले- क्या खुशबू है आरती तेरी चूत की! तुझे आज फुल रंडी बना कर जम के चोदूंगा. ओहह आरती हम लोगों की रखैल बन गई आज से! और मेरी चूत फैला कर चूसने लगे, चाटने लगे.
अब मुझसे रहा नहीं गया और मैं जोर जोर से ऊंह ऊंह आह आह आह करने लगी, मुझे नशा सा भी छाने लगा, मैं भी कुछ न कुछ बकने लगी. तभी दो अंकल ने नंगे हो कर मेरे सामने अपना अपना लंड कर दिया, मैंने बिना झिझके उनके लंड पकड़ लिए और बोली- कमीनो, इसी से मुझे चोदोगे? तुम्हारे लौड़े बहुत मस्त हैं, आज तुम्हारी रंडी बन जाती हूं. मैं आरती तुम्हारी रखैल बन गई और तुम सबकी बीवी भी, चोदना जम कर मुझे! मैं बोली- सच बताओ, मुझे क्या पिलाया है कोल्ड ड्रिंक में? दारू पिला दिया है क्या?
तभी अंकल बोले- हां सेक्सी… उसमें दारु मिला दी थी, अब तुम्हें चारों तरफ से जम कर चोदेंगे तुम्हारी बड़ी मस्त गांड मारेंगे, तुम्हें अपनी रखैल बना कर रखेंगे हमेशा आरती! और ये कहते हुए दोनों अंकल ने कहा- ले लन्ड चूस! और मेरे मुंह में डाल दिया, मैं लंड को मैं चूसने लगी और जोर जोर से ऊंह आह करती रही और चाटना शुरू रखी.
उधर मेरे चाचा मेरी चूत को ऐसे चाट और चूस रहे थे जैसे कभी छोड़ेंगे ही नहीं, और उधर दो अंकल मेरे एक एक बूब को मुंह में भर कर चूसने में मस्त थे, पर अब मुझसे रहा नहीं जा रहा था बस लग रहा था कि जल्दी से जल्दी मेरे चूत में अपना लंड सब घुसा दे, पर वो लोग डाल ही नहीं रहे थे. तब मैंने कहा- प्लीज चाचा, अब अपना लंड मेरी चूत में डाल दो, मुझसे रहा नहीं जा रहा, प्लीज जल्दी चोदो, मैं तुम्हारी रंडी आरती तुम से चुदवाने को मरी जा रही हूं, पूरा लन्ड डाल दो मुझे पागल कर दो चाचा, फाड़ दो मेरी चूत, नहीं मैं मर जाऊंगी, मुझे चोदो जम के चोदो, अंकल लोग आप में से कोई भी जल्दी से अपना लौड़ा डालो. आप की आरती आज से जो बोलोगे करेगी, पर प्लीज मुझे अब मत तड़पाओ, डालो कुत्तों चोदो मुझे जल्दी चोदो हरामियो!
तभी चाचा बोले- आरती तो पागल हो रही है, अब इसे जल्दी से चोदो! तभी अंकल ने बोला- यार गाड़ी में सब को एक साथ नहीं बनेगा इसलिए किसी ढाबे में या कहीं एकांत में ले चलो, नीचे उतार के चोदना पड़ेगा! चाचा बोले- अभी एक एक करके इसकी चूत में डाल दो आप लोग, फिर कहीं जगह देखकर एकांत में ले चल कर इसे जम के चोदेंगे, सब लोग मि लकर चोदेंगे. तब अंकल बोले- ठीक है, तू अपना लंड डाल दे निकाल कर… तेरी भतीजी है इसलिए पहले तू ही चोद!
चाचा ने सीधे अपना लंड निकाला और मेरे दूध और होंट चूम कर बोले- आरती, मेरी रखैल, मेरी रंडी, ले अब तेरी चूत में मेरा लन्ड जा रहा है! और कहते हुए चाचा ने सीधे अपना लंड मेरी चूत में रख दिया. मैंने कहा- थैंक्यू चाचा… बहुत कमीने हो, डाल दो पूरा!
चाचा ने मुझे अपनी बांहों में भर कर जोर से अपना मस्त लौड़ा मेरी मेरी चूत में डाल दिया और जोर से पूरी ताकत से एक झटका लगाया. चाचा का लंड फटाक से अंदर हो गया, मैं चिल्ला उठी, जोर से रोने लगी. तभी अंकल ने बोला- यार, यह तो सच माल है, रियल में रो रही है, हम लोग सोचे थे कि यह आरती बहुत चुदवाई हुई है, पर हम लोग गलत हैं यार, इसकी चूत तो बहुत टाइट है, सच में रो रही है, ऐसा करो गाड़ी किसी होटल रिसोर्ट या ढाबे पर लगाओ, इसको सब लोग एक साथ चोदेंगे. बहुत प्यासी है, इसकी गांड चूत और मुंह में एक साथ लन्ड डालेंगे, इसको भी लाइफ में मजा आ जाए!
तभी अंकल मेरे मुंह में अपना डाल दिया, बोले- आरती ले चूस और जम के चूस ताकि दर्द से तुझे छुटकारा मिले! अब मजा आया है, साली एक नंबर की मस्त माल है. हम लोगों ने सोचा कि तू चुदी हुई है पर तू तो अनटच है, तेरी चूत आज बहुत चोदेंगे, तुझे जन्नत का सैर कराएंगे, यह दर्द सह ले, तेरे चाचा का लंड है. आज तुझे चोद चोद के हम लोग रंडी बना देंगे!
चाचा लगातार धक्के मार रहे थे, मेरी चूत से फच फच की आवाज आ रही थी, मेरी चूत गीली हो रही थी, पर मैं बिल्कुल घबरायी नहीं क्योंकि अब मुझे दर्द कम हो रहा था. तभी चाचा बोले- साली आरती, तेरी चूत बहुत टाइट है रे, ज्यादा नहीं चुदवाई है क्या? मैंने अंकल का लंड मुंह से निकाल कर बोली- नहीं चाचा, सिर्फ आज तक मैंने सिर्फ एक बार लंड चूत में लिया था वह भी अपने ट्यूशन वाले सर का… पर उन्होंने पूरा नहीं चोदा था, मेरी चूत में वो लंड सिर्फ टच कराया था, डाला नहीं था, मेरी गांड में जरूर डाला था और जम के चोदा था मेरी गांड को… वो गांड का शौकीन था. पर मेरी चूत मारी नहीं थी, आज आप पहले व्यक्ति हो जिसने मेरी चूत का सील तोड़ा, देखो खून निकल आया होगा!
एडल्ट स्टोरी जारी रहेगी. [email protected]
कहानी का अगला भाग : चाचा ने दोस्तों से मिल कर भतीजी को चोदा-2
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