मुझे दीदी ना कहो-1

लेखिका : कामिनी सक्सेना मैं दिन को घर में अकेली हो…

मेरा गुप्त जीवन -52

अगले दिन नैनीताल से चल कर हम शाम को लखनऊ पहुँच गए…

मेरा गुप्त जीवन-59

शाम को घर पहुंचा तो विनी बैठक में मिल गई और बोली-…

मेरा गुप्त जीवन -51

शानू जो बानो को ध्यान से देख रही थी और उसके छूटने …

मेरा गुप्त जीवन -58

मैं हँसते हुए बोला- कम्मो यह सब तुम ने ही तो सिखाय…

अंकल की बेटी से सेक्स

एक बार मैं दिल्ली गया अपने पापा के दोस्त के घर. हम …

मेरा गुप्त जीवन -55

मैं उठा और अपने खड़े लंड को कम्मो के पीछे से चूत मे…

अधूरे अरमान अधूरी चुदाई

दोस्तो, मेरा नाम रुचि है, मेरी उम्र 22 साल है, मैं …

मन तो बहुत करता है

एक दिन ई-मेल देखते समय मैंने देखा कि किसी प्रिया न…

जब मैं जिगोलो बना-1

अन्तर्वासना पढ़ने वाले सभी पाठकों को मेरा नमस्कार. मे…