मेरा गुप्त जीवन- 153

आप सबको होली की बहुत बहुत मुबारक। तभी ऐसा लगा कि…

मेरा गुप्त जीवन- 172

जसबीर ने ही आगे बढ़ कर दरवाज़ा खोला तो यह देख कर हम…

मेरा गुप्त जीवन- 161

सवेरे उठ कर कम्मो के हाथ से चाय पी कर मज़ा ही आ जात…

अध्यापक के ऑफिस में

प्रेषक : बाघ द टाईगर मेरा नाम संजीव है। मेरी उम्र 2…

मेरा गुप्त जीवन- 175

मौसी ने सब लड़कियों को अपने अपने कमरों में जाने के…

ज़िन्दगी के अजीब रंग

मैं और कामिनी एक ही ऑफ़िस में काम करते थे। कामिनी …

मेरा गुप्त जीवन-104

रात को मैं बड़ी गहरी नीद में सोया था लेकिन मुझको य…

मेरा गुप्त जीवन -103

मैं धीमे से बोला- सस्ते में कहाँ? अभी तो रात बाकी …

मेरा गुप्त जीवन-101

मैं और भाभी एकदम सकते में आ गए। अब रिया बोली- मैं…

मेरा गुप्त जीवन- 186

मौसी की बेटी के साथ शादी की बात सुन कर मौसी नकली …