मेरा गुप्त जीवन- 180
मैंने बसंती से पूछा- क्यों बसंती, यहाँ दिल लग गया …
मेरा गुप्त जीवन- 162
मैंने भी उसके मोटे चूतड़ों को हल्के से मसल दिया और …
मेरा गुप्त जीवन- 163
भैया की आँखें पूरी तरह से नग्न कम्मो के शरीर पर ही …
ज़िन्दगी के अजीब रंग
मैं और कामिनी एक ही ऑफ़िस में काम करते थे। कामिनी …
मेरा गुप्त जीवन -103
मैं धीमे से बोला- सस्ते में कहाँ? अभी तो रात बाकी …
मेरा गुप्त जीवन- 161
सवेरे उठ कर कम्मो के हाथ से चाय पी कर मज़ा ही आ जात…
अध्यापक के ऑफिस में
प्रेषक : बाघ द टाईगर मेरा नाम संजीव है। मेरी उम्र 2…
अपनी मौसी को ही चोद !
हेल्लो दोस्तो, कैसे हो आप! मैं आपका प्यारा मेजस्टी, ज…
मेरा गुप्त जीवन-100
कुछ दिन हम सब बहुत व्यस्त रहे क्यूंकि 15 दिन के लिए …
अच्छा लड़कियाँ, बुरी लड़कियाँ
अच्छा लड़कियों को फिल्म में प्रेम दृश्यों के दौरान शर्म…