मेरा गुप्त जीवन- 150
फिर रति के कहने के मुताबिक हम चारों कार्पेट पर ही …
जन्म दिन का तोहफ़ा-1
आपको मेरी कहानियाँ पसंद आ रही है उसके लिए शुक्रिया…
असगर मियां की ठर्क-1
यह कहानी हमारे ही मोहल्ले में राशन की दुकान चलाने …
विधवा आंटी का प्यार
नमस्कार दोस्तो, मैं रवि (बदला हुआ नाम) उत्तराखंड के …
मेरा गुप्त जीवन- 132
कम्मो ने सब लड़कियों को कपड़े पहनने के लिए बोला और ह…
असगर मियां की ठर्क-2
मेरे प्यारे दोस्तो, आप सब ने मेरी लिखी कहानी असगर म…
कलयुग का कमीना बाप-10
एक दिन पापा मुझे शॉपिंग कराने ले गये और ढेर सारी …
कलयुग का कमीना बाप-11
पापा मेरी चूत को कुछ देर चाटने के बाद ऊपर उठे और …
दुनिया की तो माँ की चू…!
दोस्तो, आज मैं आपके सामने एक ऐसी कहानी पेश करूंगा,…
कलयुग का कमीना बाप-12
मम्मी मुझे खाना खिलाने लगी। उनके हाथों से खाते हुए…