जिस्मानी रिश्तों की चाह -1
सम्पादक जूजा दोस्तो, यह कहानी पाकिस्तान के एक लड़के स…
जिस्मानी रिश्तों की चाह -4
उसने कहा- कोई बात नहीं.. और ये कहते हो कामरान डॉ…
जिस्मानी रिश्तों की चाह -8
आपी हम दोनों को डांट रही थी वो बोलीं- तुम दोनों ह…
जिस्मानी रिश्तों की चाह -5
यह कहते हुए मैं बाथरूम गया और वहाँ से हेयर आयल की…
जिस्मानी रिश्तों की चाह -6
सम्पादक जूजा अब तक आपने पढ़ा.. उसने एक ही झटके में …
जिस्मानी रिश्तों की चाह -7
मैंने फरहान को ऐसे ही अपने सीने पर सिर रखने को बो…
पापा के दोस्तों ने चोदा-2
प्रेषक : पुलकित झा हाय! अन्तर्वासना के पाठकों को नमस्…
दगड़ी हम दोस्तों ने बहुत रगड़ी
दोस्तो, यह कहानी बहुत पुरानी है, तब की है जब मैं औ…
मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-11
सलोनी- मैं उन दिनों स्कूल के बाद कॉलेज में नई आई थ…
मेरी मदमस्त रंगीली बीवी-14
अंकल और मैं, हम दोनों अकेले घर में रहे। मुझे आज भ…