कैसी कटी रात?

प्रेषक : वसीम मैं भी अन्तर्वासना के लाखों चाहने वालो…

चरमानन्द परमानन्द

दोस्तो, मेरी पहली कहानी दिल्ली बस रूट न. 623 आप पाठ…

आंचल के आँसू

लेखिका : आंचल शर्मा हाय दोस्तों ! मैं आंचल शर्मा जम्म…

किरायेदार-6

लेखिका : उषा मस्तानी दो दिन बाद सुबह नल चलने की आव…

किरायेदार-8

आधे घंटे में हम घर पहुँच गए। भाभी हम दोनों को देख…

ससुर को अपने नंगे जिस्म पर चढ़वा लिया

ससुर बहू Xxx कहानी मेरी चूत को लंड की जरूरत की है…

काम पिशाच-1

दोस्तो, अक्सर आपने कहानियाँ पढ़ीं होंगी, लोगों के बा…

किरायेदार-4

लेखिका : उषा मस्तानी उसकी आँखों से आनन्द चमक रहा था…

एक दूनी दो-2

लेखक : जीत शर्मा (प्रेम गुरु द्वारा संपादित एवं संशो…

किरायेदार-3

सुरेखा की तरफ देखती हुई नर्स बोली- तू भी अपनी चूत …