गदराई लंगड़ी घोड़ी-7

“बस आंटी अब ज़रा इस अपनी इस मस्त गाण्ड को पीछे को उभ…

दीदी का दूध पियोगे?

दोस्तो, आज मैं आपको अपने दोस्त स्मिता की कहानी बताने…

मेरी चालू बीवी-26

इमरान सलोनी ने दरवाजा खोला- ओह आप आ तो गए… क्या हु…

मेरी चालू बीवी-67

सम्पादक – इमरान एक तो बहुत मस्त रात थी और किस्मत भी …

दिल का क्‍या कुसूर-9

मुझे लगा कि इस बार मैं पहले शहीद हो गई हूँ। अरूण …

गेटपास का रहस्य-5

मुझे मयूरी से मिले हुए दो दिन हो गए थे हमें ऐसा क…

मेरी चालू बीवी-34

इमरान अब लण्ड का सुपारा आधा से लेकर एक इंच तक भी च…

पोल डाँस का ऑडिशन

हाय जानू, लाइफ बहुत स्ट्रेसफ़ुल है, अभी अभी मैं अमेर…

कोमल के साथ वो रात

दोस्तो, अन्तर्वासना पर मेरी यह पहली कहानी है. आशा है…

मेरी चालू बीवी-11

इमरान एक ऐसा एहसास था कि कोई उसको नंगी अवस्था में …