मेरी चालू बीवी-76

सम्पादक – इमरान अमित इतना सीधा तो नहीं है कि एक नं…

गेटपास का रहस्य-6

दीप ने मुझसे कहा- भाई आप ऊपर वाले कमरे में चले जा…

मेरी चालू बीवी-50

इमरान कहते हैं कि यह मन बावला होता है… यह प्रत्यक्ष …

दिल का क्‍या कुसूर-3

दोनों लड़कियाँ आपस में एक दूसरे से अपनी योनि रगड़ र…

गदराई लंगड़ी घोड़ी-6

प्रेषक : वीर सिंह इस कहानी के पांचवें भाग में आपने…

मेरी चालू बीवी-28

इमरान मैंने देखा मधु मेरे बरमुडे को ध्यान से देख र…

मेरी चालू बीवी-26

इमरान सलोनी ने दरवाजा खोला- ओह आप आ तो गए… क्या हु…

गदराई लंगड़ी घोड़ी-7

“बस आंटी अब ज़रा इस अपनी इस मस्त गाण्ड को पीछे को उभ…

दिल का क्‍या कुसूर-2

संजय मेरे ऊपर आकर लगातार धक्‍के लगा रहे थे… अब मेर…

मेरी चालू बीवी-21

इमरान मैं बाथरूम में जाकर नहाने की तैयारी कर ही र…