फिर दूसरी से कर लेना-5
चतुर्थ भाग में मैंने लिखा था कि किस प्रकार मैं सीमा…
मैं और तुम कभी आशना थे
पिछली रात तेरी यादों की झड़ी थी मन भीग रहा था जैसे…
जूली के साथ हसीन लम्हें
प्रेषक : हॉटमैन नमस्कार, आज मैं आप लोगो के सामने अप…
ट्रेन में चोदना सीखा-2
ट्रेन के डिब्बे में माहॉल शांत होता जा रहा था क्योंक…
आखिर मैंने भी चोद दिया
हाय ! अन्तर्वासना के पाठकों को पुलकित झा का सादर नम…
अलका भाभी को माँ बनाया
प्रेषक : हेलो दोस्तो, आपने मेरी पिछली कई चुदाई की…
फिर दूसरी से कर लेना-3
प्रेषक : संजय शर्मा प्रिय पाठको संजय शर्मा का एक बा…
मस्त जिंदगी का अहसास-1
लेखक : राज शर्मा यह जिंदगी भी जाने क्या क्या रंग दिख…
खाली दिमाग शैतान का घर
अन्तर्वासना के पाठकों को मेरा नमस्कार ! यह कहानी जो …
मामीजान के साथ सुहागरात
एक दिन मेरे मामू और मामीजान हमारे घर मिलने आये क्य…