तीन पत्ती गुलाब-20

आज पूरे दिन बार-बार गौरी का ही ख़याल आता रहा। एकबा…

तीन पत्ती गुलाब-21

अगले दिन सुबह जब मधुर स्कूल चली गई तो गौरी नाज-ओ-अ…

मेरे लंड की किस्मत

मैं अकेला ही दिल्ली के तिलकनगर में एक विधवा पंजाबन…

तीन पत्ती गुलाब-23

मैंने अपनी जेब से वह सोने की अंगूठी निकाली और गौर…

तीन पत्ती गुलाब-22

जिन पाठकों को यह कहानी पसंद नहीं आ रही है, जो भद्द…

तीन पत्ती गुलाब-19

“वो … चाय … ठंडी हो जायेगी?” गौरी ने अस्फुट से शब्द…

पहली बार चूत चोदन

मेरी सेक्स लाइफ स्टोरी में पढ़ें कि कॉलेज के दिनों म…

तीन पत्ती गुलाब-27

आप सभी तो बहुत गुणी और अनुभवी हैं पर एक बात आपको …

तीन पत्ती गुलाब-28

मधुर का जन्मदिन उत्सव और गुलाब की दूसरी पत्ती मेरे प…

कुलबुलाती गांड-1

मेरी पिछली कहानी थी डॉक्टर साहब की गांड मराने की त…