मेरी तो बहुत छोटी है
मेरा नाम अंकित जैन है। मैं 21 वर्षीय हट्टा कट्टा नौज…
जन्नत चाची
मै और मेरे चाचा-चाची पास-पास रहते थे, मेरे चाचा क…
थोड़ा दर्द तो होगा ही
आपने मेरी रचना एक कुंवारे लड़के के साथ (चार भागों …
जब मस्ती चढ़ती है तो…-3
प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक होली वाले दिन सा…
बेचैन निगाहें-1
मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं। मेरी पढ़ाई बीच म…
चरित्र बदलाव-7
रात को करीब 11 बजे दरवाजे की घण्टी बजी और जब मैंने…
शादी में अनजान लड़की
नमस्कार दोस्तो, आप लोगो ने मेरी कहानियाँ मुझे लेट क…
चरित्र बदलाव-5
मैं बिस्तर पर लेट गया और भाभी की चूत चूसने लगा. मै…
जीजू ने बहुत रुलाया-3
प्रेषिका : मेघना सिंह मुझे उत्तेजना की वजह से पेशाब…
बेचैन निगाहें-2
बेचैन निगाहें-1 जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो दिल…