प्रफुल्ला-3

हम बड़े से ड्राइंग रूम में आये, प्रफुल्ला मेरे लिए बा…

कार में मंगल

मैं पूना में रहता हूँ। आज मैं जो घटना बताने जा रह…

पेईंग गेस्ट

प्रेषक : गुल्लू जोशी मेरी नौकरी शहर में लग गई थी। म…

कास्टिंग काउच

हय जानू… इस बार जो कन्फेशन मैं तुमसे शेयर कर रही ह…

नजदीकियाँ-2

लेखक : राजेश शर्मा अगली सुबह मुझे बहुत ग्लानि और शर्…

शीला का शील-11

‘सुन रानो, अगर यह लाइट बंद कर दें तो? हमेशा धड़का …

शीला का शील-10

एक अजीब सी अनुभूति उसे और हुई… जैसे उसकी योनि में…

शीला का शील-13

चंदू ने एक हाथ से उसके नितम्ब को दबोचते हुए दूसरा …

शीला का शील-12

और फिर एक दिन… उस रात भी हस्बे मामूल सोनू उसके साथ…

शीला का शील-14

फिर यह लगभग रोज़ का ही सिलसिला हो गया। देर रात वह …