कुछ गीला गीला लगा
जून 2006 की बात है जब मैं क्लास 12वीं में दिल्ली मे…
केले का भोज-2
मुझे उसके दोस्तों को देखकर उत्सुकता तो होती पर मैं …
केले का भोज-7
नेहा ने जब एक उजला टिशू पेपर मेरे होंठों के बीच द…
पड़ोसन दीदी-2
वो जिस्म की आग से तप रही थी। उसने मुझे अपनी ओर खीं…
वो हसीन पल-2
सारिका कंवल मैंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, “फिलहा…
वो हसीन पल-4
उन्होंने कहा- प्लीज ये कॉन्डोम निकाल देता हूँ बिल्कुल…
बात एक रात की
बनारस में कहावत है कि किसी जवान लड़की की गाण्ड देख …
केले का भोज-9
योनि खाली हुई लेकिन सिर्फ थोड़ी देर के लिए। उसकी अग…
पड़ोसन दीदी-1
दोस्तो, मैं अपनी सच्ची कहानी आपको बता रहा हूँ। मेरा…
केले का भोज-4
क्षितिज कहीं पास दिख रहा था। मैंने उस तक पहुँचने क…