एक से भले दो !
दोस्तो, मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर आपके सामने पेश …
बदले की आग-5
गीता भाभी आहें भरने लगीं, उनकी चुदाई शुरू हो गई थ…
बदले की आग-7
मैंने उसके होंटों पर पप्पी लेते हुए उसके चुचूकों प…
बदले की आग-8
कुसुम रोते हुए बोली- मुन्नी मेरी अच्छी सहेली है। कल…
बदले की आग-6
अगले दिन मुन्नी के पति वापस आ गए और 5-6 दिन बिना क…
रेशम की डोरी
लेखक : रोहन (छोटा गुरु) यह कहानी मेरे बड़े भाई समा…
दीदी की करतूत
हाय दोस्तो ! मैं लुधियाना से संजना, 33 साल, 36-32-…
सरब की चुदाई
प्रेषक – अमीश मैं आप लोगों को अपने साथ घटी एक सच्ची…
मामा की साली
प्रेषक : अमित नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम अमित है, मैं अ…
बदले की आग-9
कुसुम रो पड़ी। गीता ने आगे बढ़कर उसके आंसू पौंछे और…