दोस्ती करा दो-1
प्रेषक : हैरी गिल मेरा नाम हैरी है। मैं लुधियाना (…
अन्तहीन कसक-2
Antheen Kasak-2 मैं घर चला आया लेकिन मेरा मन बिल्क…
मुझे मज़ा आया-1
हाय! मेरा नाम कोमल है, मैं गंगानगर से हूँ पर अभी …
मुझे मज़ा आया-2
हेलो, मैं कोमल एक बार फिर से हाजिर हूँ अपनी अधूरी…
घर के लौड़े-10
Ghar ke Laude-10 पापा- अरे वाहह.. मेरी रानी आज तो…
मुझे मज़ा आया-3
मैं अपनी चुदाई से बहुत ही खुश थी और मुझे मजा भी ब…
घर के लौड़े-11
Ghar ke Laude-11 मुझे भी बड़े लौड़ों से चुदवाने की …
हास्य कविताएँ
चाँदी जैसी चूत है तेरी, उस पे सोने जैसे बाल .. एक…
काशीरा-लैला -2
‘दुआ से काम नहीं चलेगा चचाजी। इमरान को माल चाहिये…
काशीरा-लैला -3
चाची ने मुझे सीने से लगा लिया और थपथपा कर छोटे बच्…