सुलगते जिस्म-1

झांसी एक एतिहासिक नगर है, वहां के रहने वाले लोग भ…

मेरा फ़र्ज़, उसका फ़र्ज़

बेंगलौर स्थित महात्मा गांधी रोड हर किसी की जुबां पर…

मुझ से भूल हुई

टीवी पर आ रहे दृश्य से श्रद्धा को एक झटका सा लगा। उस…

वासना के पंख-1

दोस्तो, आपने मेरी पिछली कहानी होली के बाद की रंगोल…

वासना के पंख-6

प्रिय पाठको, मेरी कामुक कहानी के पिछले भाग में आपन…

वासना के पंख-7

दोस्तो, आपने इस गर्म सेक्स कहानी के पिछले भाग में पढ़…

वासना के पंख-2

दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे मोहन ने जवा…

वासना के पंख-3

दोस्तो, आपने पिछले भाग में पढ़ा कि कैसे मोहन ने अपन…

मोटा सेठ मोटा लौड़ा

देसी चूत की चुदाई की कहानी में पढ़ें कि कैसे गाँव …

वासना के पंख-9

संध्या और मोहन की माँ आपस में गुत्थम गुत्था हो गईं औ…