समुन्दर का किनारा

लेखिका – नेहा वर्मा सहयोगी – जो हंटर मैं मडगाँव, ग…

सोनी को पहली बार

दोस्तो, आपने मेरी पहली कहानी दीदी के साथ कुंवारापन…

ऐसा क्यूँ होता है?

यह आपबीती मेरे एक सीनियर की है जिनका नाम अजय जायस…

खामोश शर्मिन्दगी

बहुत देर से रेलवे आरक्षण की लम्बी कतार में खड़े रहने…

अडल्ट वाली मस्ती

दोस्तो, मैं नील पुणे से एक बार फिर से आया हूँ मेरा…

मेरी ग्राहक रमिला

मैं आपको अपने बारे में बता दूँ कि मैं बहुत सुन्दर …

सन्ता और महिलाएँ

सन्ता अपने दोस्तों के साथ एक रात को बाहर चला गया। ज…

लाजो का उद्धार-3

एक एक हुक खुलता हुआ ऐसे अलग हो जाता था जैसे बछड़ा …

बहन को कैसे पटाया

मेरी एक बहन है। बचपन में हम साथ खेला करते थे, लेक…

लाजो का उद्धार-4

मैं जब पहुँचा लाजो वैसे ही खड़ी थी। नंगी पीठ पर लम्…