मेरा गुप्त जीवन -50

तब हम चलते हुए किश्ती से थोड़ी दूर हो गए और तब मैंन…

मेरी चालू बीवी-102

सम्पादक – इमरान तभी वो लोग सलोनी पर भी शर्त लगाने ल…

मेरा गुप्त जीवन -53

तब तक मैं और कम्मो भी कपड़े उतार चुके थे। कम्मो के स…

मेरा गुप्त जीवन -51

शानू जो बानो को ध्यान से देख रही थी और उसके छूटने …

मेरा गुप्त जीवन-33

चाची और उषा के जाने के बाद हम तीनों फिर एक साथ हो…

मेरी हसीन सुहागरात

प्रेषक : कुणाल मेरा नाम कुणाल है। यह मेरी पहली कहा…

मेरी चालू बीवी-104

सम्पादक – इमरान और उसने वैसे ही अपना मुँह सलोनी के…

मेरा गुप्त जीवन-54

कालेज से वापस आया तो बैठक में कम्मो के साथ एक औरत …

मेरा गुप्त जीवन -52

अगले दिन नैनीताल से चल कर हम शाम को लखनऊ पहुँच गए…

मेरा गुप्त जीवन-31

अब इतनी बड़ी कोठी में सिर्फ मैं, पारो और कम्मो ही रह…