मेरी चालू बीवी-107

सम्पादक – इमरान फिर ऐसे ही मस्ती करते हुए हम शादी व…

मेरा गुप्त जीवन- 23

बसंती के जाने का दुःख किसी को नहीं हुआ क्यूंकि वो …

शैलेश भैया का लण्ड

हैलो दोस्तो, मैं यह पहली कहानी लिख रहा हूँ। मैं 23…

मेरा गुप्त जीवन-32

चाची रात में 3-4 बार चुद चुकी थी इसलिए मैंने सोचा…

ट्रेन का यादगार सफर

हैलो दोस्तो आज मैं आपको अपने एक यादगार ट्रेन के सफर…

डांस बार में एक रात

हय बेबी… यहाँ देर रात हो चुकी है और मॉर्निंग में स…

मेरा गुप्त जीवन- 133

मधु मैडम और रूबी मैडम ने हम सबको आलिंगनबद्ध किया औ…

मेरा गुप्त जीवन- 189

पम्मी की आँखें एकदम विस्फारित हुई पड़ी थी, वो डरते ह…

मेरा गुप्त जीवन- 134

थोड़ी देर बाद मुझको एक फ़ोन कॉल आया जो लखनऊ से था औ…

मेरा गुप्त जीवन- 188

कोच अटेंडेंट ने बड़ी मुस्तैदी से हमारी सेवा की रहा …