मेरा गुप्त जीवन- 168

मैं बड़ी धीरे धीरे चुदाई कर रहा था ताकि ऊषा पुनः ग…

मेरा गुप्त जीवन- 111

सुबह उठे तो मेरी चाय फुलवा ले कर आई और मैं फुलवा …

मेरा गुप्त जीवन- 164

मैं सिर्फ मुस्करा भर दिया और हल्के से अपनी बाईं आँख …

मेरा गुप्त जीवन-107

कपड़े पहन कर हम वहाँ से निकले लेकिन मैंने जाने से …

मेरा गुप्त जीवन- 151

कम्मो कुछ सोचते हुए बोली- कल जब ग्रुप सेक्स शुरू होग…

मेरा गुप्त जीवन- 150

फिर रति के कहने के मुताबिक हम चारों कार्पेट पर ही …

चूत मेरे ही घर में थी

हाय दोस्तो, मैं आकाश.. कैसे हैं आप सब! मैं कानपुर,…

मेरा गुप्त जीवन- 179

नंदा भाभी की जम कर चुदाई करने के बाद हम सब थक हार…

मेरा गुप्त जीवन- 108

कम्मो कहने लगी- अभी तो रात के 11 बजे हैं आप कम से …

मेरा गुप्त जीवन-106

फिर सब कार में बैठ कर हवेली लौट गई और सब लड़कियाँ …