गेहूँ की सिँचाई
लेखक : चक्रेश यादव दोस्तो, ठण्ड की शुरुआत हो चुकी है…
एक गांव की छोरी
मैं उन दिनों गांव में अपनी दीदी के घर आया हुआ था.…
वासना की न खत्म होती आग -4
अब तक आपने पढ़ा.. अब मैं सिर्फ पैन्टी में थी और उन्हो…
वासना की न खत्म होती आग-9
नमस्ते.. मेरे सभी प्रसंशकों की मैं भारी आभारी हूँ क…
चाची की चूत की चुदाई
अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार.. मेरा नाम…
वासना की न खत्म होती आग -5
अब तक आपने पढ़ा.. मुझे उनके लिंग का स्पर्श योनि पर ब…
सिकंदर ने ताहिरा को चोद कर माँ बनाया
यह कहानी मेरे एक ईमेल दोस्त सिकंदर जी की है जो अन्त…
वासना की न खत्म होती आग -6
अब तक आपने पढ़ा.. मैं समझ गई कि मेरी कोशिश बेकार ग…
वर्मा जी का पाल
नमस्कार दोस्तो, यह अन्तर्वासना पर मेरी पहली कहानी है।…
शिल्पी की चुदाई?
प्रेषक : रमा शंकर अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा …