बेचैन निगाहें-1
मेरी शादी हुए दो साल हो चुके हैं। मेरी पढ़ाई बीच म…
एनिमेशन क्लास
प्रेषक : शंकर आचार्य मेरा नाम शंकर है, बंगलोर में ज…
जब मस्ती चढ़ती है तो…-3
प्रेषिका : बरखा लेखक : राज कार्तिक होली वाले दिन सा…
थोड़ा दर्द तो होगा ही
आपने मेरी रचना एक कुंवारे लड़के के साथ (चार भागों …
जन्नत चाची
मै और मेरे चाचा-चाची पास-पास रहते थे, मेरे चाचा क…
फ़ौजी फ़ौज़ में, हम मौज़ में-1
मेरा नाम कबीर है, मैं दिल्ली का रहने वाला हूँ। अन्त…
बड़ा हो गया है
प्रेषक : अमित शर्मा सबसे पहले गुरु जी को धन्यवाद कि …
वो लाइन देती थी
मेरा नाम दीपक, कोटा राजस्थान से 28 साल का हूँ। मेर…
बेचैन निगाहें-2
बेचैन निगाहें-1 जैसे ही मैंने दरवाजा खोला तो दिल…
मेरी बिगड़ी हुई चाल
कोमल की कोमल चूत की तरफ से आपको नमस्ते। मैं आपको ब…