कामना की साधना-2
गौर से देखने पर मुझे अहसास हुआ कि कामना ने टॉप के…
तीसरी कसम-7
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “जिज्जू ! एक बात सच बोलूँ…
तेरी याद साथ है-23
“प्लीज मुझे जाने दो और तुम भी जल्दी से तैयार होकर ऊ…
कामना की साधना-7
मैंने अपना एक हाथ बाहर निकला कर ऊपर किया और तर्जनी…
तेरी याद साथ है-22
मैं जानता हूँ कि आप सब बड़ी बेसबरी से ‘तेरी याद सा…
शेर का पुनः शिकार-2
लेखक : मुकेश कुमार मेरा लौड़ा पकड़ते हुए बोली- जो क…
चाइना की चिकनी
प्रेषक : लव लव सबको मेरा प्रणाम, मैं जालंधर का रहने…
प्यासी बीवी अधेड़ पति-1
प्रणाम दोस्तो, मैं हूँ हनी (बदल हुआ नाम) मैं एक पंज…
तीसरी कसम-4
प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना मैं अभी अपने ख्यालों में …
ब्लेड से पजामी काटी
प्रेषक : निखिल शर्मा हेलो, मेरा नाम निखिल है, मेरी …