तुम्हारी छाती से सरका पल्लू ऐसे

तुम्हारी छाती से सरका पल्लू ऐसे बड़े बड़े गोल बरफ से …

कमाल की हसीना हूँ मैं -7

जावेद की नींद खुल गई। वो पेशाब करने उठा था। हम दो…

कमाल की हसीना हूँ मैं-10

मैं उनका हाथ थाम कर बिस्तर से उतरी। जैसे ही उनका स…

समलैंगिक Homosexual Lesbian

एक आदमी की तीन बेटियाँ और एक बेटा था। एक दिन जब व…

कमाल की हसीना हूँ मैं -4

मैं जावेद को उत्तेजित करने के लिये कभी-कभी दूसरे क…

कमाल की हसीना हूँ मैं -3

‘देखो तुम मेरे बेटे से मिलो, उसे अपना बॉय फ्रेंड ब…

लन्दन में पंजाबी चूत-चुदाई

प्रेषक : गुरदीप मेरा नाम गुरदीप है, मैं लन्दन में र…

कमाल की हसीना हूँ मैं-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा सलाम ! उम्मीद करती…

कमाल की हसीना हूँ मैं -6

दोनों जोड़े वहीं अलग-अलग कंबल और रज़ाई में घुस कर ब…

तीन चुटकले टायलेट से

चलती गाड़ी में अपने शरीर का कोई अंग बाहर न निकालें…