हाथ में हाथ-2

वह चुपचाप रही, लेकिन चमकती हुई बिजली की रोशनी में…

वो मस्तानी रात….-2

वो मस्तानी रात….-1 मैंने उससे पूछा- तुम घर पर अके…

गाण्ड मारे सैंया हमारो-4

प्रेम गुरु और नीरू बेन को प्राप्त संदेशों पर आधारित …

मैं तो शादीशुदा हूँ-1

सबसे पहले सभी पाठकों को मेरा प्रणाम! मैं अन्तर्वासना…

नौकरी में मिली छोकरी

मैं भावेश, गुजरात का रहने वाला हूँ, अन्तर्वासना का …

पड़ोसन भाभी की सहेली

सबसे पहले मैं अन्तर्वासना का शुक्रिया अदा करना चाहता…

मेरा दोस्त और उसकी बहन-2

दोस्तो, आप सभी लोगों ने मेरी कहानी मेरा दोस्त और उस…

दूसरी सुहागरात-1

प्रेम गुरु की कलम से….. संतुष्टो भार्यया भर्ता भर्ता भ…

फिर सुबह होगी

लेखिका : शमीम बानो कुरेशी “कल सुबह सुबह तो तू मुम्…