महकती कविता-2

महकती कविता-1 अब तो कविता का भी यह रोज का काम हो…

एक से भले दो !

दोस्तो, मैं श्रेया आहूजा एक बार फिर आपके सामने पेश …

मासूम यौवना-6

लेखिका : कमला भट्टी तब मुझे पता चला कि मेरे जीजाजी…

Rangeen Awargi

Hello dear friends, I am Biindu also called Indu.…

स्वयंवर का सच-2

लेखक : प्रेम गुरु और अरमान मैंने झट से अपने कपड़े उ…

पलक की चाहत-7

इस बार उसके मुँह से दर्द से एक चीख निकल ही गई थी, …

मेरी बेकाबू बीवी-1

मेरी बेबाक बीवी की मेरे डॉक्टर दोस्त द्वारा मेडिकल च…

बाथरूम का दर्पण-3

मेरे होंठ उसके गाल पर थे और हाथ चुची पर! मैंने पू…

रायपुर की दो सहेलियाँ

अपने सभी पाठकों का सादर धन्यवाद जिन्होंने मेरी सारी…

जिस्म की मांग-3

प्रेषिका : लीला एक के बाद जब मैंने दूजे से नाता जो…