वीणा की गुफा-1

लेखक : मनीष शर्मा प्रेषिका : वीणा शर्मा मेरे प्रिये अ…

पैसों की मजबूरी, चूत की गर्मी

लेखिका : मंजू मनचन्दा अन्तर्वासना के सभी पाठकों को न…

कामना की साधना-6

मेरे पास अब सोचने का समय नहीं था। किसी भी क्षण मेर…

तीसरी कसम-6

प्रेम गुरु की अनन्तिम रचना “पलक अगर कहो तो आज तुम्हे…

कामना की साधना-5

मैंने एक तरफ से कामना का नाइट गाऊन उसके नीचे से न…

कामना की साधना-7

मैंने अपना एक हाथ बाहर निकला कर ऊपर किया और तर्जनी…

मेरे सच्चे प्यार की तलाश

जिस्म सिर्फ जिस्म की भूख जानता है प्यार करना जिस्म की …

मौसम की करवट-3

रास्ते भर मैं बस प्रिया के बारे में सोच रहा था कि अ…

उतावली सोनम-1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार। मेरी लिखी…

घने जंगल में मंगल

पाठकों को मेरा नमस्कार। प्रस्तुत है मेरी नई कहानी ‘ज…