लिफ़्ट देने के बाद

प्रेषक : स्वप्निल हेलो दोस्तो, मेरा नाम नील है, मैं प…

जो पहले कर ना सकी थी

लगातार मेरी नाक बह रही है, सारा बदन टूट रहा है, अ…

तनख्वाह

एक आदमी ने बीवी को खत लिखा – इस महीने तनख्वाह के ब…

इकलौते रह गए

शहजादा सलीम- हमारी अम्मी, अब्बू हमसे इतना प्यार करती…

पड़ोस वाले चाचा चाची के गुलछर्रे

प्रेषक : प्रणय हेलो दोस्तो, यह मेरी पहली कहानी है। म…

चूत से चुकाया कर्ज़-2

वो शाम 7 बजे वाली ट्रेन से ही निकलने वाले थे। मैं …

तजुर्बा

संता नौकरी के लिए इंटरव्यू देने गया। मैनेजर- आपको …

जन्मदिन का उपहार और सज़ा

मैं अमित शर्मा एक बार फिर लेकर आया हूँ अपनी सच्ची द…

चूत से चुकाया कर्ज़-1

प्रेषक : अरुण हाय दोस्तो… आपकी शालिनी भाभी एक बार फ…

आसान काम नहीं है-1

सुबह दूध वाले भैया को तड़पाने के बाद मैंने अपने मि…