मेरी सहकर्मी वंशिका
मेरे ऑफिस की जन संपर्क अधिकारी का नाम वंशिका है। च…
महकती कविता-1
रोहण अपने तबादले पर कानपुर आ गया था। उसे जल्द ही ए…
पलक और अंकित
जैसा कि मैंने आपसे कहा था, मैं पलक और अंकित की अध…
पलक और अंकित के बाद
लेखक : सन्दीप शर्मा दोस्तो, उम्मीद है आप सभी मजे में …
तन का सुख-1
लेखक : राज कार्तिक यह कहानी मैं आप सब दोस्तों की मा…
जिस्म की मांग-1
प्रणाम पाठको, उम्मीद है सब कुशल मंगल से होंगे, सबका…
जिस्म की मांग-2
कहानी का पिछ्ला भाग: जिस्म की मांग-1 हम दोनों खड़े …
बाथरूम का दर्पण-5
मैं रोनी सलूजा एक बार फिर आपसे मुखातिब हूँ। मेरी …
तन का सुख-2
लेखक : राज कार्तिक तभी कमल ने सुधा को जाने को कहा …
पलक की चाहत-6
हम दोनों घाट से उठे, मैंने अपनी चप्पल हाथों में ही…