मेरी चालू बीवी-85

सम्पादक – इमरान ‘लगता है नीलू के फोन की बैटरी डाउन…

मेरी प्यारी चारू–3

मैं और चारू दोनों पलंग पर नग्न थे और एक दूसरे को ह…

मेरी प्यारी चारू –2

दोस्तो, मैं और चारू दोनों ही प्यार के रंग में सराबो…

गदराई लंगड़ी घोड़ी-5

“अभी तो एक और सरप्राइज है तेरे लिए..” “वो क्या?” “च…

मेरी चालू बीवी-73

सम्पादक – इमरान मैं कितना भी मस्ती के मूड में था और…

दो यादगार चूतें-1

नमस्कार दोस्तो, मैं रवि एक बार फिर हाज़िर हूँ। मैं अ…

भईया भाभी का साथ -1

अन्तर्वासना के सभी पाठकों को मेरा नमस्कार ! आप सबने …

जादुयी जेली का कमाल

यह कहानी नहीं बल्कि मेरी सच्ची दास्तां है। इसे लिखने…

मेरी चालू बीवी-40

इमरान मैं जल्दी से रसोई से निकला और फिर मधु के पास…

मेरी चालू बीवी-75

सम्पादक – इमरान सुबह की हल्की रोशनी चारों और फैलनी …