मेरा गुप्त जीवन- 126

कम्मो हंस के बोली- वाह छोटे मालिक, आप और आपका यह ल…

आनन्द भरा सुहाना सफ़र

मिताली और उनके पति पंकज सहारनपुर में रहते थे, पंक…

मेरा गुप्त जीवन- 172

जसबीर ने ही आगे बढ़ कर दरवाज़ा खोला तो यह देख कर हम…

मेरा गुप्त जीवन- 190

फिर हम रूबी मैडम की कार में बैठ कर होटल चले गए जह…

मेरा गुप्त जीवन- 178

नंदा भाभी जो अभी तक ट्रेन में मेरे द्वारा चुदाई प्रो…

नीतू और मेरा तन-मिलन

लेखक : लवली सिंह दोस्तों मैं लवली, फगवाड़ा पंजाब, स…

मेरा गुप्त जीवन- 143

अगले दिन इतवार था और दोपहर को डांस प्रैक्टिस करने व…

मेरा गुप्त जीवन- 125

मैंने सब मैडमों को बता दिया और उन्होंने फैसला लिया…

मेरा गुप्त जीवन- 167

सब लड़के लड़कियों ने ज़ोर से तालियाँ मारी लेकिन तभी …

मेरा गुप्त जीवन- 162

मैंने भी उसके मोटे चूतड़ों को हल्के से मसल दिया और …